अभिक्रिया $A \to B$ के लिये जब $A$ के सान्द्रण को दो गुना करते हैं तो अभिक्रिया का वेग चार गुना हो जाता है। अभिक्रिया के लिये दर व्यंजक $r = K{(A)^n}$ है। यहाँ $n$ का मान है
$1$
$0$
$3$
$2$
गन्ने की शक्कर का प्रतिलोमन निरुपित करते हैं
${C_{12}}{H_{22}}{O_{11}} + {H_2}O \to {C_6}{H_{12}}{O_6} + {C_6}{H_{12}}{O_6}$
यह अभिक्रिया है
किसी गैसीय अभिक्रिया की दर निम्न पद द्वारा दी जाती है $K\,[A]\,[B]$ यदि अभिक्रिया पात्र का आयतन इसके प्रारम्भिक आयतन से अचानक $\frac{1}{4}$ भाग कम कर दिया जाता है तो वास्तविक दर के सम्बन्ध में अभिक्रिया दर का मान होगा
दिए गए ग्राफ दो विभिन्न अभिक्रियाओं $(i)$ व $(ii)$ के लिए $R$ की सांद्रता में ताप के साथ परिवर्तित को दर्शाते है। अभिक्रियाओं की कोटि क्रमश: है
अभिक्रिया $2A + B \to {A_2}B$ में अभिकारक $A $ के समाप्त होने की दर
अभिक्रिया $2A + B \to $उत्पाद, मे $ B$ की सक्रिय संहति स्थिर कर दी जाये और $A $ की सक्रिय संहति दुगनी कर दी जाये, तो अभिक्रिया दर