निम्न दो कथनों पर विचार कीजिए
$P$ : यदि $7$ एक विषम संख्या है, तो $7,2$ से भाज्य है।
$Q$ : यदि $7$ एक अभाज्य संख्या है, तो $7$ एक विषम संख्या है।
यदि $V _{1}, P$ के प्रतिधनात्मक का सत्यमान है तथा $V _{2}, Q$ के प्रतिधनात्मक का सत्यमान है, तो क्रमित युग्म $\left( V _{1}, V _{2}\right)$ बराबर है
$(F, F)$
$(F, T)$
$(T, F)$
$(T, T)$
मान लें कि $p, q, r$ धनात्मक परिमेय संख्याएं इस प्रकार हैं कि $\sqrt{p}+\sqrt{q}+\sqrt{r}$ भी परिमेय हैं. तब
निम्न कथन $\left( {p \to q} \right) \to $ $[(\sim p\rightarrow q) \rightarrow q ]$
यदि $P \Rightarrow( q \vee r )$ सत्य नहीं है, तो $p , q , r$ के सत्य मान क्रमशः हैं
निम्न में से कौनसा कथन : “वास्तविक संख्या या तो परिमेय है या अपरिमेय” के तार्किक समतुल्य है
कौन सा वेन आरेख कथन “सभी विद्यार्थी मेहनती है” की सत्यता को दर्शाता है
जहाँ $U$ = मानवों का समष्टीय समुच्चय, $S$ = सभी विद्यार्थियों का समुच्चय, $H$ = सभी मेहनती का समुच्चय.