क्या बर्नूली समीकरण का उपयोग किसी नदी की किसी क्षिप्रिका के जल-प्रवाह का विवरण देने के लिए किया जा सकता है ? स्पष्ट कीजिए ।
No
Bernoulli’s equation cannot be used to describe the flow of water through a rapid in a river because of the turbulent flow of water. This principle can only be applied to a streamline flow.
एक लम्बा बेलनाकार पात्र द्रव से आधा भरा हुआ है। जब पात्र को इसकी स्वयं की ऊर्ध्वाधर अक्ष के सापेक्ष घुमाया जाता है तो द्रव दीवार के नजदीक ऊपर की ओर चढ़ता है। यदि पात्र की त्रिज्या $5\, cm$ हो तथा इसकी घूर्णन चाल $2$ घूर्णन प्रति सेकण्ड हो तो केन्द्र तथा इसकी साइडों की ऊँचाई में $cm$ में अन्तर होगा?
एक $R$ त्रिज्या के पानी के जार, जिसे पानी से $H$ ऊँचाई तक भरा गया है, को $h$ ऊँचाई के स्टैंड पर रखा गया है (चित्र देखें)। तल में एक छोटे छिद्र, जिसकी त्रिज्या $r$ है $( r << R )$, से नीचे गिरते हुए पानी की धार एक 'कीप' का आकार धारण करती है। यदि भूमि के तल पर पानी की धार के अनुप्रस्थ काट की त्रिज्या $x$ है, तब
$L-$ आकार की एक नली चित्रानुसार जल की बहती धारा में रखी है। नली का ऊपरी सिरा द्रव सतह से $ 10.6 cm $ ऊपर है। नली से बाहर ऊपर की ओर निकलने वाली धारा की ऊँचाई ....... $cm$ होगी ? जल धारा का वेग $2.45 m/s $ है
किसी बन्द नल से जुड़े हुए मैनोमीटर का पाठ्यांक $4.5 \times {10^5}$ पास्कल है। जब नल को खोल दिया जाता है, तब मैनोमीटर का पाठ्यांक गिरकर $4 \times {10^5}$ पास्कल हो जाता है। जल के प्रवाह का वेग ......... $m{s^{ - 1}}$ है
बंद नल से संलग्न दाबमापी का पाठयांक $ 3.5×10^5 N/m^2 $ है। जब नल को खोला जाता है तो दाबमापी का पाठ गिरकर $ 3.0 × 10^5 N/m^2$ हो जाता है, तो जल के प्रवाह का वेग ....... $m/s$ होगा