बंद नल से संलग्न दाबमापी का पाठयांक $ 3.5×10^5 N/m^2 $ है। जब नल को खोला जाता है तो दाबमापी का पाठ गिरकर $ 3.0 × 10^5 N/m^2$ हो जाता है, तो जल के प्रवाह का वेग ....... $m/s$ होगा
$100$
$10$
$1$
$10\sqrt {10} $
आंतरिक व्यास $8 \times 10^{-3} \,m$ वाले एक टोंटी से पानी लगातार प्रवाहित हो रहा है। जैसे ही पानी टोंटी से बाहर आता है, पानी का वेग $0.4\,ms ^{-1}$ है। योंटी के नीचे $2 \times 10^{-1} \,m$ की दूरी पर पानी की धारा का व्यास ($\times 10^{-3}\;m$) लगभग है:
अनुप्रस्थ-काट क्षेत्रफल $S_t$ वाली एक रेलगाड़ी अनुप्रस्थ-काट क्षेत्रफल $S_0\left(S_0=4 S_t\right)$ की एक लम्बी सुरंग के अन्दर $v_t$ चाल से गतिशील है। माना की रेलगाड़ी के सामने लगभग सभी वायु (घनत्व $\rho$ ) इसके सिरों (किनारों) तथा सुरंग की दीवारों के मध्य पीछे की ओर प्रवाहित होती है तथा रेलगाड़ी के सापेक्ष वायु प्रवाह स्थिर तथा पटलीय है। परिवेशी दाब लेते हुए तथा रेलगाड़ी के अन्दर परिवेशी दाब $p _0$ है। यदि रेलगाड़ी के सिरों तथा सुरंग की दीवारों के मध्य में दाब $p$ है, तब $p _0- p =\frac{7}{2 N } \rho v _{ t }^2$ है। $N$ का मान. . . . . है।
दर्शाये गये चित्र में, दो नलियों के मेनोमीटर में अन्तर $5 \;cm$ हैं। $A$ एवं $B$ नलियों के अनुप्रस्थ काट क्रमशः $6\; mm ^{2}$ एवं $10\; mm ^{2}$ हैं। नली में प्रवाहित पानी की दर हैं $\left( g =10 \;ms ^{-2}\right)$
एक बन्द पाइप से. जुड़े दाबमापी का पाठ्यांक $4.5 \times 10^4 \mathrm{~N} / \mathrm{m}^2$ है। इसे खोलने पर पानी बहना प्रारम्भ कर देता है तथा दाबमापी का पाठ्यांक गिरकर $2.0 \times 10^4 \mathrm{~N} / \mathrm{m}^2$ हो जाता है। पानी का वेग $\sqrt{\mathrm{V}} \mathrm{m} / \mathrm{s}$ से प्राप्त होता है। $\mathrm{V}$ का मान . . . . . . . . है।
भौतिक तुला के पलड़े साम्य में हैं। दाँये पलड़े के नीचे वायु प्रवाहित करने पर वह