एक वस्तु पर उत्तर-पूर्व दिशा में बल आरोपित किया जाता है। इसको संतुलित करने के लिये दूसरे बल की दिशा होनी चाहिये
उत्तर-पूर्व
दक्षिण
दक्षिण पश्चिम
पश्चिम
जब कोई वस्तु स्थिर होती है तब
एक क्षैतिज दृढ़ छड़ से जुड़ी तीन समरूप स्प्रिंग से तीन भार $W$, $2W$ एवं $3W$ लटकाये गये हैं। छड़ एवं भारों का यह निकाय स्वतंत्रतापूर्वक गिर रहा है। तब तीनों भारों की छड़ से स्थितियाँ इस प्रकार हैं कि
$\sqrt{3}$ कि.ग्रा. का एक द्रव्यमान धागे से बांधा गया है, जिसका एक सिरा दीवार से जुड़ा है। एक अज्ञात बल $\mathrm{F}$ आरोपित करने पर धागा दीवार के साथ $30^{\circ}$ का कोण बनता है। तनाव $\mathrm{T}$ है। (दिया है : $\mathrm{g}=10 \mathrm{~ms}^{-2}$ )
बलों का सही क्रम है