एक अनन्त लम्बे $PQR$ चालक को समकोण पर मोड़ा गया है जैसा कि चित्र में दिखाया गया है। $ PQR$ में $I$ धारा प्रवाहित होती है। इस धारा के कारण बिन्दु $M$ पर चुम्बकीय क्षेत्र ${H_1}$ है। अब अनन्त लम्बाई के एक अन्य तार $QS$ को $Q$ पर जोड़ा जाता है, तो $QR$ व $QS$ में प्रवाहित धारा $I/2$ है, $PQ$ में धारा अपरिवर्तित रहती है। अब बिन्दु $M$ पर चुम्बकीय क्षेत्र ${H_2}$ है। अनुपात ${H_1}/{H_2}$ है
$0.5$
$1$
$0.67$
$2$
किसी लम्बे तार से कोई धारा प्रवाहित हो रही है। इस तार को एक फेरे के वृत्त में मोड़ने पर बनी कुण्डली के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र $B$ है। इसके बाद इसे मोड़कर $n$ फेरों की वृत्ताकार कुण्डली बनायी जाती है। इस कुण्डली के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र होगा
एक निश्चित तार की लम्बाई से $1$ फेरे की वृत्ताकार कुंडली बनाई जाती है। अब इसी तार की लम्बाई से $2$ फेरो वाली वृत्ताकार तार की कुंडली बनाई जाती है। यदि दोनों कुंडलियों में समान धारा प्रवाहित करे, तो इनके केन्द्रो पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र का अनुपात होगा:
दो समकेंद्रिक वृत्ताकार कुंडलियाँ $X$ और $Y$ जिनकी त्रिज्याएँ क्रमशः $16\, cm$ एवं $10\, cm$ हैं, उत्तर-दक्षिण दिशा में समान ऊध्वाधर तल में अवस्थित हैं। कुंडली $X$ में $20$ फेरे हैं और इसमें $16 \,A$ विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है, कुंडली $Y$ में $25$ फेरे हैं और इसमें $18\, A$ विध्यूत धारा प्रवाहित हो रही है। पश्चिम की ओर मुख करके खड़ा एक प्रेक्षक देखता है कि $X$ में धारा प्रवाह वामावर्त है जबकि $Y$ में दक्षिणावर्त है। कुंडलियों के केंद्र पर, उनमें प्रवाहित विध्यूत धाराओं के कारण उत्पन्न कुल चुंबकीय क्षेत्र का परिमाण एवं दिशा ज्ञात कीजिए।
$4 \pi$ मीटर लम्बाई के एक तार को मोड़कर एक $6$ भुजाओं का समबहुभुज बनया गया है। बहुभुज की भुजाओं से होकर बहने वाली धारा $4 \pi \sqrt{3}$ ऐम्पियर हो तो बहुभुज के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र $x \times 10^{-7}$ टेस्ला होगा। $x$ का मान ___ है।
दो अनंत लम्बाई के सुचालक तारों में एक ही दिशा में धारा $I$ प्रवाहित हो रही है. इन तारों से चित्र में दर्शायी हुई आकृति बनाई जाती है. चुम्बकीय क्षेत्र का मान बिंदु $P$ पर क्या होगा?