$1\,\mu C$ के अनन्त आवेश $x$-अक्ष पर $x = 1, 2, 4, 8, ....\infty$ स्थितियों पर रखे हैं। यदि $1\,C$ का आवेश मूल बिन्दु पर स्थित हो तो इस पर आरोपित कुल बल.....$N$ होगा
$9000$
$12000$
$24000$
$36000$
एक समबाहु त्रिभुज, जिसका केन्द्र मूल बिन्दु (origin) है. के तीनो शीर्षो पर तीन $+ q$ समान आवेश रखे गए है। उन्हें एक प्रत्यानयन बल (restoring force) $f(r)=$ $kr$. जिसकी दिशा मूल बिन्दु की तरफ है और $k$ एक नियतांक है, के द्वारा साम्यावस्था (equilibrium) में रखा गया है। मूल बिन्दु से इन तीनों आवेशों की दूरी क्या होगी?
यदि आवेशित कणों के मध्य की दूरी आधी कर दी जाती है, तो कणों के मध्य का बल होगा
चित्र में दिखाए अनुसार धनात्मक बिंदु आवेशों को एक तारा-आकार के शीर्षों पर रखा जाता है। तारे के केंद्र $O$ पर स्थित एक ॠणात्मक बिंदु आवेश पर स्थिर वैद्युत बल की दिशा क्या होगी ?
दो बिन्दु आवेश (प्रत्येक $Q$ ) को $d$ दूरी पर रखा गया है। एक तीसरे बिन्दु आवेश $q$ को मध्य बिन्दु से लंब समद्विभाजक पर $x$ दूरी पर रखा गया है। $x$ का मान क्या हो जिस पर आवेश $q$ पर अधिकतम कूलॉम बल लगे:
दो समान गोले जिन पर $ + \,q$ और $ - \,q$ आवेश हैं कुछ दूरी पर रखे हैं। उनके बीच $F$ बल कार्य करता है। अगर दोनों गोलों के बीचोंबीच एकसमान $ + \,q$ आवेश का गोला रखा जाए तो उस पर कार्य करने वाले बल का मान व दिशा होगी