$500$ वाट का बल्ब, $100$ वोल्ट पर $200$ वोल्ट संभरण के परिपथ में प्रयुक्त होता है। $500$ वाट शक्ति प्रेषित करने के लिए बल्ब के श्रेणीक्रम में लगने वाले प्रतिरोध $R$ की गणना कीजिए। ($\Omega$ में)
$20$
$30$
$5$
$10$
एक ही पदार्थ से बने दो चालकों को एक ही विभवान्तर से जोड़ा जाता है। चालक $A$ का व्यास और लम्बाई चालक $B$ के व्यास और लम्बाई की दो गुनी है। दोनों चालकों को दी गई शक्ति क्रमश: ${P_A}$ एवं ${P_B}$ इस प्रकार होगी कि ${P_A}/{P_B}$ है
दो विद्युत बल्ब $A$ एवं $B$ के रेटिंग क्रमश: $60\, W$ तथा $100\, W$ हैं। यदि इन्हें एक ही स्रोत के साथ समान्तर क्रम में जोड़ें तब
$2$ $\Omega$ तथा $4$ $\Omega$ के दो प्रतिरोध तार समान वोल्टेज से जुड़े हैं, प्रतिरोधों में उत्पन्न ऊष्मा का अनुपात है
एक कमरे में सप्लाई वोल्टता $120\, V$ है तथा लेड के तारो का प्रतिरोध $6 \Omega$ है। इसमें एक $60\, W$ का बल्ब चालू है। यदि इसके समान्तर क्रम में $240\, W$ का एक विघुत हीटर चालू कर दिया जाए तो बल्ब के सिरो की वोल्टता में कमी .......... $V$ होगी
एक $25 $ वाट, $220$ वोल्ट तथा $100$ वाट, $220$ वोल्ट के दो बल्ब $220$ वोल्ट की विद्युत सप्लाई के साथ समान्तर क्रम में जुड़े हैं, तो कौनसा बल्ब अधिक प्रदीप्त होगा