जूल के नियम से यदि $\rho $ विशिष्ट प्रतिरोध वाले चालक के सिरों का विभवान्तर स्थिर है, तो चालक में उत्पन्न ऊष्मा समानुपाती है
$\rho $
${\rho ^2}$
$\frac{1}{{\sqrt \rho }}$
$\frac{1}{\rho }$
विद्युत बल्ब के तंतु का प्रतिरोध ताप वृद्धि के साथ परिवर्तित होता है। यदि विद्युत बल्ब पर $100$ वाट, $220$ वोल्ट लिखा है और इसे $(220 \times .8)$ वोल्ट के स्रोत से जोड़ दिया जाता है, तो उसकी वास्तविक शक्ति होगी
चित्र में $8\, \Omega$ प्रतिरोध $2\, W$ शक्ति खर्च करता है। $3\, \Omega$ प्रतिरोध में ................ $Watt$ शक्ति खर्च होगी।
$500$ वाट का बल्ब, $100$ वोल्ट पर $200$ वोल्ट संभरण के परिपथ में प्रयुक्त होता है। $500$ वाट शक्ति प्रेषित करने के लिए बल्ब के श्रेणीक्रम में लगने वाले प्रतिरोध $R$ की गणना कीजिए। ($\Omega$ में)
समान मान के तीन प्रतिरोधों को चित्रानुसार विभिन्न संयोजनों में व्यवस्थित किया गया है
इन्हें व्यय शक्ति के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित करें
एक चालक का थॉमसन गुणांक $10$ माइक्रो वोल्ट प्रति केल्विन है। इसके दोनों सिरों के ताप क्रमश: $50\,^o C$ व $60\,^oC$ हैं। जब चालक में से $10$ कूलॉम आवेश प्रवाहित होता है तो इसके द्वारा अवशोषित ऊष्मा है