एक वर्गाकार पाश (लूप) को, जिससे विधुतधारा प्रवाहित हो रही है, किसी एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में लटकाया गया है। चुम्बकीय क्षेत्र पाश (लूप) के समतल में कार्य करता है। यदि पाश की किसी एक भुजा पर $\vec{F}$ बल लगता है तो, शेष तीन भुजाओं पर नेट बल है

  • [AIPMT 2010]
  • A

    $3$ $\overrightarrow {\;F} $

  • B

    $-$$\;\overrightarrow {\;F} $

  • C

    $-3$$\overrightarrow {\;F} $

  • D

    $\overrightarrow {\;F} $

Similar Questions

लचीले तार से अनियमित आकति में बना कोई लूप, जिससे धारा प्रवाहित हो रही है किसी बाहरी चुम्बकीय क्षेत्र में रखा है। चुम्बकीय क्षेत्र के तार पर प्रभाव की पहचान कीजिए।

  • [JEE MAIN 2021]

दो लम्बे व समान्तर तारों में प्रवाहित धारायें क्रमश: $i_1$ व $i_2$ (${i_1} > {i_2}$) हैं। जब इनमें प्रवाहित धाराओं की दिशायें समान हैं तब तारों के बीच मध्य बिन्दु पर चुम्बकीय क्षेत्र $10\, \mu T$ है। जब $i_2$ धारा की दिशा विपरीत कर दी जाती है तब इसका मान $40\, \mu T$ हो जाता है, अनुपात ${i_1}/{i_2}$ है

एक तार में $i$ धारा प्रवाहित हो रही है एवं इसका रूप वक्र $1:4:16$ के अनुरूप है। इस तार को चित्रानुसार एक समरूप चुम्बकीय क्षेत्र में रखा गया है। तार पर कार्यरत बल है

एक $\mathrm{PQRS}$ धारावाही आयतकर पाश को एक समान तार से बनाया है। लम्बाई $\mathrm{PR}=\mathrm{QS}=5$ सेमी. तथा $\mathrm{PQ}=\mathrm{RS}=100$ सेमी. है। यदि अमीटर धारा का पाठ्यांक $I$ से $2I$ में बदलता है, तो दोनों स्थितियों में तार $RS$ के कारण तार $\mathrm{PQ}$ पर प्रति इकाई लम्बाई के चुम्बकीय बलों का अनुपात $f_{\mathrm{PQ}}^{\mathrm{I}}: f_{\mathrm{PQ}}^{2 \mathrm{I}}$ है:

  • [JEE MAIN 2023]

दो बहुत लम्बे सीधे एवं समान्तर तारों में से स्थायी धारा $I$ तथा $-I$ बह रही है तारों के बीच की दूरी $d$ है। किसी क्षण पर एक आवेश $q$ दोनों तारों से समान दूरी पर है एवं आवेश तारों के तल में है। आवेश का तात्क्षणिक वेग $v$ इस तल के लम्बवत् है। इस क्षण पर चुम्बकीय क्षेत्र के कारण आवेश पर लगने वाले बल का परिमाण होगा

  • [IIT 1998]