एक प्रोटॉन और प्रति-प्रोटॉन (anti-proton) निर्वात में एक दूसरे के निकट इस प्रकार आते हैं कि उनके मध्य दूरी $10 \,cm$ रहती है. अनंत पर स्थितिज ऊर्जा का मान शून्य मान लेते हैं तो इस दूरी पर उनका वेग .......... $m/s$ होगा ?
$1.17$
$2.3$
$3.0$
$23$
एक $\alpha$-कण एवं एक प्रोट्रोन, समान विभवान्तर के द्वारा विश्रामावस्था से त्वरित किए जाते हैं। इन दोनों कणों के द्वारा प्राप्त किए गए रेखीय संवेगों का अनुपात है:
$100\, V$ विभवान्तर द्वारा विरामावस्था से त्वरित एक इलेक्ट्रॉन तथा $\alpha $-कण के संवेगों का अनुपात है
धातु के एक गोले पर आवेश $10\,\mu C$ है। एक एकांक ऋणात्मक आवेश को गोला $A$ से $B$ तक लाया जाता है जो धातु के गोले से दोनों ओर $100$ सेमी दूर है। परन्तु $A$ गोले के पूर्व में तथा $B$ गोले के पश्चिम में है। इस क्रिया में किया गया कार्य ........$joule$ होगा
विद्युत क्षेत्र $\overrightarrow E = {e_1}\hat i + {e_2}\hat j + {e_3}\hat k$ में आवेश $Q$ का विस्थापन $\hat r = a\hat i + b\hat j$ है। तो किया गया कार्य है
$m$ द्रव्यमान और $q$ आवेश वाले दो एक-समान कणों को काफी दूर से प्रारंभिक गति $v$ से एक दूसरे की तरफ फेका गया। इन आवेशों की निकटतम दूरी (closest approach) क्या होगी ?