धातु के एक गोले पर आवेश $10\,\mu C$ है। एक एकांक ऋणात्मक आवेश को गोला $A$ से $B$ तक लाया जाता है जो धातु के गोले से दोनों ओर $100$ सेमी दूर है। परन्तु $A$ गोले के पूर्व में तथा $B$ गोले के पश्चिम में है। इस क्रिया में किया गया कार्य ........$joule$ होगा

  • A

    $0$

  • B

      $2/10$

  • C

    $-2/10$

  • D

    $-1/10$

Similar Questions

$1\,gm$ द्रव्यमान तथा ${10^{ - 8}}\,C$ आवेश की एक गेंद को बिन्दु $A$ जिस पर $600\, V$ विभव है से बिन्दु $B$ जिस पर विभव शून्य है तक ले जाया जाता है। बिन्दु $B$ पर गेंद का वेग $20$ सेमी./सैकण्ड़ है। बिन्दु $A$ पर गेंद का वेग होगा

एक इलेक्ट्रॉन को दूसरे इलेक्ट्रॉन की ओर लाने पर निकाय की वैद्युत स्थितिज ऊर्जा

  • [AIPMT 1993]

किसी आवेशित कण $q$ को एक दूसरे आवेशित कण $Q$ जो कि स्थिर है, की ओर वेग $v$ से छोड़ा जाता है। यह $Q$ की न्यूनतम दूरी $r$ तक उपगमन करके वापस लौट आता है। यदि $q$ को वेग $2v$ से छोड़ते, तो इसके उपगमन की न्यूनतम दूरी होती

  • [AIEEE 2004]

दूरी $2a$ पर दो समान आवेश $q$ रखे हुए हैं और तीसरा आवेश $ - 2q$ उनके मध्यबिन्दु पर रखा हुआ है। इस निकाय की स्थितिज ऊर्जा होगी

दो बिन्दु आवेश $4 q$ व $- q ; x-$अक्ष पर क्रमशः $x =-\frac{ d }{2}$ व $x$ $=\frac{ d }{2}$ पर स्थिर है। यदि एक तीसरे बिन्दु आवेश $'q'$ को मूलबिन्दु से $x = d$ तक अर्धवृत्त के अनुदिश चित्रानुसार ले जाया जाये तो आवेश की ऊर्जा ।

  • [JEE MAIN 2020]