एक हवाई-छतरी सैनिक (parachutist), जिसका भार $75 \,kg$ है, $2 \,ms ^{-1}$ की चाल से एक रेतीले जमीन पर ऊर्ध्वाधर दिशा में गिरता है एवं $0.25 \,m$ की दूरी पर रुक जाता है । उस पर जमीन द्वारा लगाया गया औसत बल ........... $N$ निम्नलिखित के नजदीक है
$600$
$1200$
$1350$
$1950$
द्रव्यमान $M$ व $m$ के पिण्ड एक भारहीन डोरी द्वारा बँधे हुये हैं, तथा एक बल $F$ द्वारा घर्षणरहित तल पर खींचे जाते हैं। द्रव्यमान $m$ का त्वरण होगा
$5.6\, kg$ संहति के किसी पिण्ड को छत से $2 \,m$ लंबाई की डोरी द्वारा लटकाया गया है । डोरी के मध्य-बिंदु पर चित्र में दर्शाए अनुसार क्षेतिज दिशा में $50\, N$ बल लगाया जाता है । साम्यावस्था में डोरी ऊर्ध्वाधर से कितना कोण बनाती है ? ( $g=10 \,ms ^{-2}$ लीजिए )। डोरी की संहति को नगण्य मानिए ।
एक दोष पूर्ण तुला की दोनों भुजायें समान हैं। वस्तु को एक पलडे़ में डालने पर इसका भार $X$ तथा दूसरे पलडे़ में डालने पर $Y$ प्राप्त होता है, तब वस्तु का वास्तविक भार $W$ होगा
$W$ भार का एक पैराशूटधारी पृथ्वी पर टकराने पर ऊपर की तरफ $3g$ त्वरण के साथ विराम में आता है तो उतरने (landing) के दौरान पृथ्वी द्वारा उस पर आरोपित बल है