एक दोष पूर्ण तुला की दोनों भुजायें समान हैं। वस्तु को एक पलडे़ में डालने पर इसका भार $X$ तथा दूसरे पलडे़ में डालने पर $Y$ प्राप्त होता है, तब वस्तु का वास्तविक भार $W$ होगा
$\sqrt {XY} $
$\frac{{X + Y}}{2}$
$\frac{{{X^2} + {Y^2}}}{2}$
$\frac{2}{{\sqrt {{X^2} + {Y^2}} }}$
$l$ लंबाई की एक डोरी का एक सिरा $m$ संहति के किसी कण से तथा दूसरा सिरा चिकनी क्षैतिज मेज पर लगी खूँटी से बँधा है । यदि कण $v$ चाल से वृत्त में गति करता है तो कण पर ( केंद्र की ओर निदेशित) नेट बल है
$(i)$ $T$.
$(ii)$ $T-\frac{m v^{2}}{l}$.
$(iii)$ $\quad T+\frac{m v^{2}}{l}$.
$(iv)$ $0$
$T$ डोरी में तनाव है। [सही विकल्प चुनिए]
$0.05 \,kg$ संहति का कोई कंकड़ ऊर्ध्वाधर ऊपर फेंका गया है। नीचे दी गई प्रत्येक परिस्थिति में कंकड़ पर लग रहे नेट बल का परिमाण व उसकी दिशा लिखिए :
$(a)$ उपरिमुखी गति के समय।
$(b)$ अधोमुखी गति के समय ।
$(c)$ उच्चतम बिंदु पर जहाँ क्षण भर के लिए यह विराम में रहता है। यदि कंकड़ को क्षैतिज दिशा से $45^{\circ}$ कोण पर फेंका जाए, तो क्या आपके उत्तर में कोई परिवर्तन होगा ? वायु-प्रतिरोध को उपेक्षणीय मानिए।
निम्न में से बलों का कौन सा समूह साम्यावस्था में होगा
$5.6\, kg$ संहति के किसी पिण्ड को छत से $2 \,m$ लंबाई की डोरी द्वारा लटकाया गया है । डोरी के मध्य-बिंदु पर चित्र में दर्शाए अनुसार क्षेतिज दिशा में $50\, N$ बल लगाया जाता है । साम्यावस्था में डोरी ऊर्ध्वाधर से कितना कोण बनाती है ? ( $g=10 \,ms ^{-2}$ लीजिए )। डोरी की संहति को नगण्य मानिए ।
द्रव्यमान $M$ व $m$ के पिण्ड एक भारहीन डोरी द्वारा बँधे हुये हैं, तथा एक बल $F$ द्वारा घर्षणरहित तल पर खींचे जाते हैं। डोरी में तनाव होगा