एक संकीर्ण इलेक्ट्रॉन पुँज वैद्युत क्षेत्र $E = 3 \times {10^4}volt/m$ और उसी स्थान पर आरोपित चुम्बकीय क्षेत्र $B = 2 \times {10^{ - 3}}Weber/{m^2}$ से अविचलित गुजर जाता है। इलेक्ट्रॉन गति, वैद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र तीनों परस्पर लम्बवत् हैं। इलेक्ट्रॉनों की चाल का मान है
$60 m/s$
$10.3 \times {10^7}m/s$
$1.5 \times {10^7}m/s$
$0.67 \times {10^{ - 7}}m/s$
इलेक्ट्रॉन का $e/m$ ज्ञात करने की थॉमसन विधि में
बेनब्रिज $(Bainbridge)$ द्रव्यमान स्पेक्ट्रोग्राफ में दो प्लेटों के बीच की दूरी $1 cm$ है तथा इसके बीच $\,1000 V$ विभवान्तर का विद्युत क्षेत्र एवं $B = 1T$ का चुम्बकीय क्षेत्र आरोपित किया जाता है। तो धनात्मक (अविचलित) आयन का वेग होगा
कैथोड किरणों के सम्बन्ध में क्या सत्य नहीं है
यदि कोई इलेक्ट्रॉन $ 1\, GHz$ की आवृत्ति से दोलन करता है, तब इससे प्राप्त होंगी