यदि कोई इलेक्ट्रॉन $ 1\, GHz$ की आवृत्ति से दोलन करता है, तब इससे प्राप्त होंगी
$ X-$ किरणें
सूक्ष्म तरंगें
अवरक्त किरणें
उपरोक्त में से कॉई नहीं
निम्न में से किसका $\frac{q}{m}$ का मान न्यूनतम होगा
एक इलेक्ट्रॉन प्रारम्भ में विरामावस्था में है, इसे $ 200 V$ के विभवान्तर से त्वरित करने पर इसके द्वारा प्राप्त वेग $8.4 \times {10^6}m/s$ है। इलेक्ट्रॉन का $ e/m$ होगा
थॉमसन के द्रव्यमान स्पेक्ट्रोग्राफ में विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र आरोपित किया जाता है
एक इलेक्ट्रॉन $x - $अक्ष के अनुदिश स्थिर वेग से गति कर रहा है। यदि $y - $ अक्ष के अनुदिश एक समरूप विद्युत क्षेत्र लगाया जाए तो $x - y$ तल में इसका पथ होगा
निम्न प्रश्नों के उत्तर द्रीजिए :
$(a)$ ऐसा विचार किया गया है कि प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के भीतर क्वार्क पर आंशिक आवेश होते हैं $[(+2 / 3) e ;(-1 / 3) e]$ । यह मिलिकन तेल-बूँद प्रयोग में क्यों नहीं प्रकट होते?
$(b)$ $e / m$ संयोग की क्या विशिष्टता है? हम $e$ तथा $m$ के विषय में अलग-अलग विचार क्यों नहीं करते?
$(c)$ गैसें सामान्य दाब पर कुचालक होती हैं परंतु बहुत कम दाब पर चालन प्रारंभ कर देती हैं। क्यों?
$(d)$ प्रत्येक धातु का एक निश्चित कार्य-फलन होता है। यदि आपतित विकिरण एकवर्णी हो तो सभी प्रकाशिक इलेक्ट्रॉन समान ऊर्जा के साथ बहर क्यों नहीं आते हैं? प्रकाशिक इलेक्ट्रोनों का एक ऊर्जा वितरण क्यों होता है?
$(e)$ एक इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा तथा इसका संवेग इससे जुड़े पदार्थ-तरंग की आवृत्ति तथा इसके तरंगदैर्घ्य के साथ निम्न प्रकार संबंधित होते हैं :
$E=h v, p=\frac{h}{\lambda}$
परंतु $\lambda$ का मान जहाँ भौतिक महत्व का है, $v$ के मान (और इसलिए कला चाल $v \lambda$ का मान ) का कोई भौतिक महत्व नहीं है। क्यों?