धातु की एक गेंद एवं अत्यंत तनी स्प्रिंग एक ही पदार्थ के बने हैं तथा इनके द्रव्यमान समान हैं। इन्हें इतना गर्म किया जाता है कि ये पिघलने लगते हैं, तो आवश्यक गुप्त ऊष्मा का मान होगा
दोनों के लिए समान
गेंद के लिए अधिक
स्प्रिंग के लिए अधिक है
दोनों के लिए समान हो सकता या नही भी हो सकता है यह धातुओं पर निर्भर करेगा
समान द्रव्यमान $m$ के दो पदार्थो $A$ व $B$ को $6 \,cal \,s{^{-1}}$ की दर से गर्म किया जाता है। दोनों पदार्थो के लिए अन्य परिस्थतियाँ समान हैं। दोनों के लिए ताप-समय वक्र को चित्र में प्रदर्शित किया गया है। पूर्ण गलन के लिए अवशोषित ऊष्मा अनुपात ${H_A}/{H_B}$ है
जब भाप को $25°C$ पर स्थित $40\,gm$ जल में प्रवाहित किया जाता है, तब $2\,gm$ भाप संघनित हो जाती है। भाप के संघनन से जल का ताप बढ़कर $54.3°C$ हो जाता है। भाप की गुप्त ऊष्मा ......... $cal/g$ है
$-10^{\circ} C$ तापमान के $M _{1}$ ग्राम बर्फ (विशिष्ट ऊष्मा $=0.5 \,cal\, g ^{-10}\, C ^{-1}$ ) को, $50^{\circ} C$ तापमान के $M _{2}$ ग्राम जल में डालने पर, पूरी बर्फ पिघल जाती है और जल का तापमान $0^{\circ} C$ हो जाता है, तो बर्फ की गुप्त ऊष्मा का मान $cal \, g ^{-1}$ में है।
एक निश्चित समांगी पदार्थ के प्रतिदर्श (sample) को एकसमान दर से ऊष्मा प्रदान की जाती है। इसके ताप को समय के साथ ग्राफ मे प्रदर्शित किया गया है। निम्न मे से कौनसा निष्कर्ष सही है
$30^{\circ} C$ तापमान पर एक बोतल में रखे पानी को चंद्रमा की सतह पर खोला जाता है। तब