चित्रानुसार एक द्रव्यमान $M$ दो स्प्रिंगों $A$ तथा $B$ से चित्रानुसार लटकाया गया है। स्प्रिंगों के बल नियतांक क्रमषः $K_1$ तथा $K_2$ हैं। दोनों स्प्रिंगों की लम्बाई में कुल वृद्धि है
$\frac{{Mg}}{{{K_1} + {K_2}}}$
$\frac{{Mg\,({K_1} + {K_2})}}{{{K_1}{K_2}}}$
$\frac{{Mg\,{K_1}{K_2}}}{{{K_1} + {K_2}}}$
$\frac{{{K_1} + {K_2}}}{{{K_1}{K_2}Mg}}$
यदि $0.98\, kg$ द्रव्यमान की एक वस्तु $4.84\, N/m$, बल-नियतांक वाली स्प्रिंग पर दोलन करती हो तो वस्तु की कोणीय आवृत्ति ...... $ rad/s$ है
एक $m$ द्रव्यमान की वस्तु श्रेणीक्रम में जुडी हुई ${k_1}$ एवं ${k_2}$ बल नियतांक की स्प्रिंगों से लटकी हुई है। वस्तु का दोलनकाल होगा
चित्र में दिखायी गई स्प्रिंगों के दोलन की आवृत्ति होगी
किसी कमानी के एक सिरे पर कोई कण आवर्तकाल ${t_1}$ से सरल आवर्त गति करता है, जबकि अन्य कमानी के लिये तदनुरूपी आवर्तकाल ${t_2}$ है। यदि दोनों कमानियों के श्रेणी संजोजन का आवर्तकाल $T$ है, तो
स्प्रिंग् वाली घड़ी को चन्द्रमा की सतह पर ले जाने से यह