एक सीसे की गोली किसी ठोस वस्तु में घुसती है तथा पिघल जाती है। यदि इसकी गतिज ऊर्जा का $40 \%$ गोली की ऊष्मा के रुप में प्रयुक्त होता है तो गोली की प्रारम्भिक चाल $............ ms ^{-1}$ होगी:-
(गोली का प्रारम्भिक ताप $=127^{\circ}\,C$
गोली का गलनांक $=327^{\circ}\,C$,
सीसे की संगलन की गुप्त ऊष्मा $=2.5 \times 10^4 \,J\,Kg ^{-1}$,
सीसे की विशिप्ट ऊष्मा धारिता $=125\,J / kg\,K$ )
$125$
$500$
$250$
$600$
एक बीकर में $200 \,gm$ पानी है। बीकर की ऊष्माधारिता का मान $20\, gm$ पानी के बराबर है। बीकर में स्थित पानी का प्रारम्भिक ताप $20°C$ है। यदि $92°C$ पर $440\, gm$ पानी को इसमें मिलाया जाता है तो अंतिम ताप (विकिरण क्षय को नगण्य मानकर) का लगभग मान ........ $^oC$ होगा
$100°C$ ताप पर स्थित $1$ ग्राम भाप $0°C$ पर स्थित बर्फ की ....... $gm$ मात्रा पिघलायेगी $($बर्फ की गुप्त ऊष्मा $= 80 \,cal/gm$ एवं भाप की गुप्त ऊष्मा $= 540\, cal/gm)$
$10$ ग्राम बर्फ $0^{\circ} C$ पर एक बर्तन ( जल तुल्यांक $55$ ग्राम) में डाल दी गयी जिसका ताप $40^{\circ} C$ है। माना कि बाहर से कोई ऊष्मा अन्दर नहीं गयी तो बर्तन में पानी का तापमान.........$^०$ होगा $( L =80$ कैलोरी/ग्राम)
$-20°C$ ताप पर स्थित $10\, gm$ बर्फ को एक कैलोरीमीटर में रखा जाता है, जिसमें $10°C$ ताप पर $10\, gm$ पानी है। पानी की विशिष्ट ऊष्मा बर्फ की विशिष्ट ऊष्मा से दो गुनी है। तापीय सन्तुलन की अवस्था में कैलोरी मीटर में होगा
एक पात्र में $110$ ग्राम जल है। पात्र की ऊष्मा धारिता $10$ ग्राम जल के तुल्य है। पात्र का प्रारम्भिक ताप $10°C$ है। यदि $ 70°C$ तापक्रम वाले $220$ ग्राम जल को पात्र में मिला दिया जाये, तब मिश्रण का ताप ........ $^oC$ होगा (विकिरण क्षय नगण्य है)