$10$ ग्राम बर्फ $0^{\circ} C$ पर एक बर्तन ( जल तुल्यांक $55$ ग्राम) में डाल दी गयी जिसका ताप $40^{\circ} C$ है। माना कि बाहर से कोई ऊष्मा अन्दर नहीं गयी तो बर्तन में पानी का तापमान.........$^०$ होगा $( L =80$ कैलोरी/ग्राम)
$22$
$31$
$15$
$19$
$-10°C$ पर स्थित $1\, gm$ बर्फ को $100°C$ की भाप में परिवर्तित करने के लिए आवश्यक ऊर्जा ........ $J$ होगी
$M$ द्रव्यमान एवं $S$ विशिष्ट ऊष्मा वाले एक द्रव का ताप $2t$ है। एक अन्य द्रव, जिसकी ऊष्माधारिता पहले की $1.5$ गुनी एवं ताप $\frac{t}{3}$ है, पहले द्रव में मिला दिया जाता है। मिश्रण का अन्तिम ताप होगा
किसी प्रयोग में किसी ऊष्मक (हीटर) द्वारा एकसमान दर पर ऊष्मा देने पर, एक पात्र में रखे जल का ताप $0^{\circ} C$ से $100^{\circ} C$ तक बढ़ाने के लिये $10$ मिनट का समय लगता है। इसी द्रव को पूर्णतः वाष्प में रूपान्तरित करने में $55$ मिनट और लगते हैं। पात्र की विशिष्ट ऊष्मा को नगण्य तथा जल की विशिष्ट ऊष्मा को $1 \; cal / g ^{\circ} C$ लेते हुए, इस प्रयोग के अनुसार वाष्पन की ऊष्मा का मान होगा :
एक नदी में पानी की ऊपरी परत का वेग $36\,kmh ^{-1}$ है। पानी की क्षैतिज परतों के मध्य अपरूपण प्रतिबल $10^{-3}\,Nm ^{-2}$ है। नदी की गहराई $m$ में ज्ञात कीजिये। (पानी का श्यानता गुणांक $10^{-2}\,Pa.s$ है। )
ठन्डे मौसम के कारण $1 \,cm ^{2}$ अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल वाली $1\, m$ पानी की नली $-10^{\circ} C$ पर बर्फ से भरी है। प्रतिरोधात्मक ऊष्मा बर्फ को पिघलाने में प्रयुक्त होती है, $4 \,k \,\Omega$ प्रतिरोध में $0.5 \,A$ की धारा प्रवाहित की जाती है यह मानते हुए कि पूर्ण उत्पन्न ऊष्मा बर्फ को पिघलाने में प्रयुक्त होती है बर्फ पिघलाने में लगा न्यूनतम समय है। (${s}$ में)
(दिया है : पानी के संलयन की गुप्त उष्मा $=3.33 \times 10^{5} \,J\, kg ^{-1}$ बर्फ की विशिष्ट उष्मा $=2 \times 10^{3}\, J \,kg ^{-1}$ तथा बर्फ का घनत्व $=10^{3} \,kg / m ^{3}$ )