$4\,\mu\,C$ के किसी आवेश को, दो आवेशों में विभाजित किया जाता है। विभाजित आवेशों के बीच की दूरी नियत है। यदि उनके बीच में अधिकतम बल लग रहा है, तो विभाजित आवेशों का परिमाण होगा :
$1\; \mu C$ एवं $3\; \mu C$
$2\; \mu C$ एवं $2\; \mu C$
$0$ एवं $4\; \mu C$
$1.5\; \mu C$ एवं $2.5\; \mu C$
दो समान त्रिज्याओं तथा क्रमश: $ + 10\,\mu C$ व $ - 20\,\mu C$ आवेश वाले दो छोटे गोलीय चालक एक दूसरे से $R$ दूरी पर रखे जाने पर ${F_1}$ बल अनुभव करते हैं। यदि उनके सम्पर्क में लाकर पुन: उसी दूरी तक पृथक कर देते हैं तो वे ${F_2}$ बल अनुभव करते हैं। ${F_1}$ का ${F_2}$ से अनुपात होगा
जब इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन के बीच $1.6 \,\dot{A}$ की दूरी है, तो उन दोनों के बीच अन्योन्य आकर्षण के कारण इलेक्ट्रॉन का त्वरण होता है,
$\left(m_{e} \simeq 9 \times 10^{-31}\, kg , \quad e=1.6 \times 10^{-19}\, C \right)$
(लीजिए $\left.\frac{1}{4 \pi \epsilon_{0}}=9 \times 10^{9}\, N\,m ^{2}\, C ^{-2}\right)$
चित्र में दर्शाए अनुसार किसी समबाहु त्रिभुज के शीर्षो पर स्थित आवेशों $q, q,$ तथा $-q$ पर विचार कीजिए। प्रत्येक आवेश पर कितना बल लग रहा है?
एक वैद्युत आवेश ${q_1}$, एक अन्य आवेष ${q_2}$ पर बल आरोपित करता है। यदि एक तृतीय आवेष ${q_3}$ निकट लाया जाता है, तो आवेष ${q_1}$ द्वारा आवेश ${q_2}$ पर लगने वाला बल
दो आवेशों $\mathrm{q}_1$ व $\mathrm{q}_2$ को $\mathrm{K}$ परावैद्युतांक वाले माध्यम में एक दूसरे से 'd' दूरी पर रखा गया है। समान स्थिर वैद्युत बल के लिए वायु में दोनों आवेशों के बीच समतुल्य दूरी क्या होगी ?