विरामावस्था से प्रारंभ होकर एक कार $S$ दूरी तक f त्वरण से त्वरित होती है, तत्पश्चात् t समय तक नियत चाल से चलती है, तत्पश्चात् $\frac{f}{2}$ दर से अवमंदित होकर रुक जाती हैं। यदि कार द्वारा तय की गई कुल दूरी $15S$ है, तब
$S = \frac{1}{2}f{t^2}$
$S = \frac{1}{4}f{t^2}$
$S = \frac{1}{{72}}f{t^2}$
$S = \frac{1}{6}f{t^2}$
एक कण समीकरण $x = {\left( {t + 5} \right)^{ - 1}}$ के अनुसार $t$ सेकंड में $x$ दूरी तय करता है |कण का त्वरण अनुक्रमानुपाती होगा
किसी कण को $x$-अक्ष के अनुदिश वेग $v_{0}$ से प्रक्षेपित किया गया है। इस कण पर कोई अवमंदक बल कार्य कर रहा है जो मूल बिन्दु से दूरी के वर्ग के अनुक्रमानुपाती है, अर्थात $m a=-\alpha x^{2}$ है। वह दूरी जिस पर यह कण रूक जाएगा है।
एक पिण्ड मूल बिन्दु से $X - $अक्ष की ओर इस प्रकार गतिमान है कि किसी क्षण पर उसका वेग सूत्र $(4{t^3} - 2t)$ द्वारा दिया जाता है। यहाँ पर वेग मी/से में तथा समय सैकण्ड में है। जब कण मूल बिन्दु से $2$ मी की दूरी पर है तब इसका त्वरण होगा..........$m/{s^2}$
यदि पिण्ड के वेग की समय पर निर्भरता समीकरण $v = 20 + 0.1{t^2}$ द्वारा व्यक्त है, तो पिण्ड गतिशील है
एक टेनिस की गेंद किसी ऊँचाई से गिरती है तथा पृथ्वी से टकराकर वापस लौटती है। इस प्रक्रिया में त्वरण, वेग तथा विस्थापन में से कौनसी राशियों में परिवर्तन होता है [