$3$ किग्रा द्रव्यमान की एक वस्तु पर एक बल लगता है, जो कि ग्राफ में दर्शाये अनुसार परिवर्तित हो रहा है। वस्तु द्वारा प्राप्त संवेग का मान ........... $N-s$ है
$0$
$5 $
$30$
$50$
$150\, g$ द्रव्यमान की एक गेंद $20\,m/{s^2}$ के त्वरण से गतिमान होती है। जब इस पर एक बल $0.1 \,sec$ तक कार्य करता है। आवेग ........ $N-s$ है
समान द्रव्यमान $30\, g$ की दो बिलियर्ड-बॉल विभिन्न कोणों पर किसी दढ़ दीवार से $108\, kmph$ की समान चाल से आरेख में दर्शाए अनुसार टकराती है। यदि ये बॉल समान चाल से परावर्तित होती है, तब दीवार द्वारा बॉल $'a'$ और बॉल $'b'$ को दीवार द्वारा प्रदान किए गए आवेगों के परिमाणों का $'X'$ दिशा में अनुपात होगा।
$m$ द्रव्यमान का एक कण $u$ वेग से $m$ द्रव्यमान के एक अन्य स्थिर कण से एक विमीय प्रत्यास्थ संघट्ट करता है, तथा संघट्ट के पश्चात् दोनों कण अल्प समय $T$ तक परस्पर संपर्क में रहते हैं। समयांतराल $\frac{T}{4}$ में संपर्क बल का मान $0$ से $F_0$ तक रैखिक रूप से बढ़ता है, तत्पश्चात् $\frac{T}{2}$ समय तक नियत रहता है तथा फिर $\frac{T}{4}$ समय में रैखिक रूप से घटकर शून्य हो जाता है, जैसा कि चित्र में प्रदर्शित है। $F_0$ का परिमाण है
$10\,kg$ द्रव्यमान का कोई पिण्ड, क्षैतिज से $45^{\circ}$ के कोण पर प्रक्षेपित किया जाता है। पिण्ड का प्रक्षेप्य पथ एक बिन्दु $(20,10)$ से होता हुआ गुजरता है। यदि उड्डयन काल $T$ है, तो समय $t =\frac{ T }{\sqrt{2}}$ पर संवेग सदिश होगा $..........$ [दिया है : $g =10\,m / s ^2$ ]
$3$ किग्रा द्रव्यमान की एक गेंद $60^o$ के कोण पर दीवार से टकराती है तथा उसी कोण से वापस लौटती है । यदि दीवार और गेंद का संपर्क समय $0.2$ सेकंड हो , तो गेंद द्वारा दीवार पर आरोपित बल है