$'m'$ द्रव्यमान की एक वस्तु $'h'$ ऊँचाई से गिराने पर $0.8 \sqrt{ gh }$ चाल से पथ्वी पर पहुँचती है। वायु-घर्षण के द्वारा किये गये कार्य का मान है।
$0.68$
$1$
$1.64$
$0.64$
एक बंदूक से एक $10$ ग्राम की गोली $1000$ मी/सेकंड प्रारम्भिक वेग से निकलती है तथा समान लेवल पर पृथ्वी पर $500$ मी/सेकंड से टकराती है किया गया कार्य जूल में है
$^{\prime}m^{\prime}$ द्रव्यमान का एक बिंदु कण एक खुरदरे पथ $PQR$ (चित्र देखिये) पर चल रहा हैं। कण और पथ के बीच घर्षण गुणांक $\mu$ है। कण $P$ से छोड़े जाने के बाद $R$ पर पहुँच कर रूक जाता है। पथ के भाग $P Q$ और $Q R$ पर चलने में कण द्वारा खर्च की गई ऊर्जाएँ बराबर हैं। $P Q$ से $Q R$ पर होने वाले दिशा बद्लाव में कोई ऊर्जा खर्च नहीं होती। $\mu$ और दूरी $x(=Q R)$ के मान लगभग हैँ क्रमशः
$3$ ग्राम के एक कण पर एक बल इस प्रकार कार्य करता है कि समय के सापेक्ष कण की स्थिति $x = 3t - 4{t^2} + {t^3}$से दी जाती है जहाँ $x$ मीटर में तथा $t$ सैकण्ड में है। प्रथम चार सैकण्ड में किया गया कार्य ........ $mJ$ होगा
एक कण चित्र में प्रदर्शित एक घर्षणरहित पथ $\mathrm{ABC}$ के बिन्दु $A$ पर स्थित है। यह हल्के से दाहिनी ओर धकेला जाता है। जब कण बिन्दु $\mathrm{B}$ पर पहुँचता है तब इसकी चाल है : (दिया है, $g=10$ मी./से. ${ }^2$ )
किसी नत समतल पर $2\, kg$ के एक गुटके को ऊपर की ओर $10$ मीटर तक ले जाने में $300 \,J$ कार्य करना पड़ता है। यदि गुरुत्वीय त्वरण $g = 10\,\,m/{s^2}$ हो तो घर्षण के विरुद्ध किया गया कार्य ........ $J$ है