एक $0.15$ कि.ग्रा. की गेंद $10$ मी. ऊँचाई से गिरायी जाती है तथा जमीन से टकराकर समान ऊँचाई तक उछलती है। गेंद पर लगाये गये आवे ग का परिमाण होता है, लगभग : $\left(\mathrm{g}=10\right.$ मी./से. ${ }^{2}$ ) (कि.ग्रा. $\times$ मी./ से. में)
$0$
$4.2$
$2.1$
$1.4$
दिए गए ग्राफ $I, II, III$ व $IV $ समय के साथ बल में होने वाले परिवर्तन को दर्शाते हैं। कौन सा ग्राफ उस स्थिति को दर्शाता है, जब आवेग अधिकतम है
एक बल्लेबाज द्रव्यमान के $0.4\,kg$ की गेंद को, बिना प्रारम्भिक चाल $15\,ms ^{-1}$ को बदले सीधे गेंदबाज की दिशा में मारता है। गेंद को प्रदान आवेग $Ns$ में ज्ञात कीजिए।
$\mathrm{v}$ चाल से चल रही $100$ गेंदे, जिनमें प्रत्येक् का द्रव्यमान $\mathrm{m}$ है, ये एक दीवार से लम्बवत रूप से एक साथ टकराती है, एवं $t s$ समय में समान चाल से वापस उछलती है। गेंदों द्वारा दीवार पर लगाया गया कुल बल है:
$100 \,gm$ द्रव्यमान की लोहे की एक गेंद $10\, m/s$ के वेग से एक दीवार से ${30^o}$ के कोण पर टकराती है तथा समान कोण से वापस लौटती है यदि गेंद व दीवार के बीच सम्पर्क समय $1 $ सैकण्ड हो, तो दीवार द्वारा अनुभव किया गया बल ............ $\mathrm{N}$ है
विराम में स्थित $5$ ग्राम द्रव्यमान की वस्तु पर $3$ सैकण्ड के लिये $50$ डाइन का बल आरोपित किया जाता है। आवेग होगा