$2 NO +2 H _2 \rightarrow N _2+2 H _2 O$
उपरोक्त अभिक्रिया का $800^{\circ}\,C$ पर अध्ययन किया गया है। सम्बन्धित आंकड़े नीचे सारणी में दिए हैं।
अभिक्रिया क्रमांक | $H _2$ का आरंभिक दाब / $kPa$ | $NO$ का आरंभिक दाब/ $kPa$ | प्रारंभिक दर $\left(\frac{- dp }{ dt }\right) /( kPa / s )$ |
$1$ | $65.6$ | $40.0$ | $0.135$ |
$2$ | $65.6$ | $20.1$ | $0.033$ |
$3$ | $38.6$ | $65.6$ | $0.214$ |
$4$ | $19.2$ | $65.6$ | $0.106$ |
$NO$ के सापेक्ष अभिक्रिया की कोटि $..........$ है।
$1$
$0$
$2$
$3$
अभिक्रिया $A + B$ $\rightleftharpoons$ $AB$ में जब $A$ का सान्द्रण दुगना करते हैं, तो अभिक्रिया वेग कितना हो जायेगा
अभिक्रिया की कोटि होगी जिसके लिये वेग व्यंजक $\frac{{dc}}{{dt}} = K{[E]^{3/2}}{[D]^{3/2}}$ है
अभिक्रिया जिसमें निम्न क्रियाविधि होती है, की कोटि होगी
$(i)$ ${A_2} \to A + A$ (तीव्र)
$(ii)$ $A + {B_2} \to AB + B$ (मंद)
$(iii)$ $A + B \to $ (तीव्र)
शून्य कोटि की अभिक्रिया में यदि प्रारम्भिक सान्द्रता $1/4$ कम हो जाए तब अभिक्रिया को अर्द्ध पूर्ण होने का समय होगा
अर्द्ध-आयु $({t_{1/2}})$ और प्रारम्भिक सान्द्रता $ 'a' $ के बीच ग्राफ खींचने पर किस कोटि की अभिक्रिया के लिये $X-$ अक्ष के सापेक्ष एक सरल रेखा प्राप्त होती है