स्क्रू गेज का प्रयोग करके एक वस्तु की मोटाई नापी जाती है। यदि स्क्रू गेज की पिच $0.1 \,cm$ हो और इसके वृत्तीय स्केल पर $50$ भाग हों तो वस्तु की मोटाई को इस प्रकार से सही लिखा जायेगा।
$2.123\;cm$
$2.125\;cm$
$2.121\;cm$
$2.124\;cm$
स्टील की एक गोली का व्यास एक ऐसे वर्नियर कैलीपर्स से नापा जाता है जिसके मुख्य पैमाने का एक भाग $(MSD)$ $0.1 cm$ है, तथा इसमें वर्नियर पैमाने $(VS)$ के 10 भाग, मुख्य पैमाने के 9 भागों के बराबर हैं। गोली के व्यास के लिये तीन पाठ्यांक (रीडिंग) यहाँ दिये गये हैं :
क्रमांक | मुख्य पैमाने की माप $cm$ | वर्नियर पैमाने के भाग |
$(1)$ | $0.5$ | $8$ |
$(2)$ | $0.5$ | $4$ |
$(3)$ | $0.5$ | $6$ |
यदि वर्नियर कैलीपर्स की शून्य त्रुटि $-0.03 cm$, है तो, व्यास का माध्य संशोधित मान होगा :
एक विद्यार्थी ने एक छड़ की लम्बाई मापकर $3.50\;cm$ लिखी। इसको मापने में उसने किस उपकरण का प्रयोग किया?
एक वर्नियर कैलीपर्स में वर्नियर पैमाने के $(N+1)$ खानों का मान मुख्य पैमाने के $N$ खानों के मान के बराबर है। यदि मुख्य पैमाने के एक खाने का मान $0.1$ मिमी हो तो वर्नियर नियतांक (सेमी में) है:
किसी स्क्रूगेज के वृत्तीय पैमाने के दो पूर्ण फेरों द्वारा इसके मुख्य पैमाने पर तय की गई दूरी $1 \;mm$ है | वृत्तीय पैमाने पर कुल भागों की संख्या $50$ है | साथ ही यह पाया जाता है कि स्क्रूगेज में $-0.03\; mm$ की शून्यांक त्रुटि है | इस स्क्रूगेज द्वारा किसी पतले तार का व्यास मापते समय कोई विद्यार्थी मुख्य पैमाने का पाठ्यांक $3\;mm$ तथा वृत्तीय पैमाने के $35$ वें भाग को मुख्य पैमाने की लाईन में पाता है | तब तार का व्यास है
एक स्क्रूगेज का रैचट जब बन्द रहता है, तो वत्तीय पैमाने का पाँचवां भाग संदर्भ रेखा के संपतित होता है। वत्तीय पैमाने में $50$ भाग है तथा एक पूरा चक्कर घुमाने पर मुख्य पैमाना $0.5$ मिली मीटर $( mm )$ खिसकता है। एक विशेष प्रेक्षण में मुख्य पैमाने का पाठ्यांक $5$ मिलीमीटर $( mm )$ तथा वत्तीय पैमाने का बीसवां भाग संदर्भ रेखा के संपतित है। सही पाठ्यांक की गणना कीजिए। ($mm$ में)