$S_J$ तथा $S_2$ दो उपग्रह किसी ग्रह के चारों ओर समतलीय संकेन्द्रीय वृत्तीय (coplanar circular concentric) कक्षाओं में परस्पर विपरीत दिशाओं में घूम रहे हैं| $t=0$ समय पर दोनों उपग्रह एक दूसरे से सबसे ज्यादा दूरी पर है। $S_I$ तथा $S_2$ के आवर्त काल क्रमशः $3 \,h$ एवं $24 \,h$ है। $S_I$ की वृत्तीय कक्षा की त्रिज्या $3 \times 10^4$ कि.मी. है। तब उपग्रह $S_2$ का कक्षीय चाल (orbital speed)
ग्रह के सापेक्ष $4 \pi \times 10^4 \,km h ^{-1}$ होगा जब उपग्रह $S_2$ उपग्रह $S_1$ के सबसे करीब होगा।
ग्रह के सापेक्ष $2 \pi \times 10^4 \,km h ^{-1}$ होगा जब उपग्रह $S_2$ उपग्रह $S_1$ से सबसे दूर होगा।
$S_t$ के सापेक्ष $\pi \times 10^4 \,km h ^{-1}$ होगा जब $S_2$ उपग्रह $S_1$ के सबसे करीब होगा।
$S_l$ के सापेक्ष $3 \pi \times 10^4 \,km h ^{-1}$ होगा जब $S_2$ उपग्रह $S_1$ के सबसे करीब होगा
पृथ्वी के एक उपग्रह का परिक्रमण काल $5$ घण्टे है। यदि पृथ्वी तथा उपग्रह के बीच की दूरी प्रारम्भिक दूरी की चार गुनी कर दी जाये, तो नया परिक्रमण काल हो ........ घण्टे जायेगा
सूर्य के परित: ग्रह $A$ का परिक्रमण काल, ग्रह $B$ की तुलना में $8$ गुना है। $A$ की सूर्य से दूरी, $B$ की सूर्य से दूरी की कितने गुना होगी
केपलर ने खोज की
सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी $R$ है। यदि सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी $3\,R$ हो जाती है तो वर्ष की अवधि होगी :
नेपच्यून एवं शनि की सूर्य से दूरियाँ क्रमश: ${10^{13}}$ एवं ${10^{12}}$ मीटर के लगभग हैं। माना कि ये वृत्तीय मार्ग में गति करते हैं तब उनके परिक्रमण कालों का अनुपात होगा