$\mathrm{R}_{1}$ तथा $\mathrm{R}_{2}$ त्रिज्याओं की दो चालकीय वृत्तीय लूप एक तल में समकेन्द्रित रखी है। यदि $\mathrm{R}_{1}\,>\,>\,\mathrm{R}_{2}$ तो उनके मध्य पारस्परिक प्रेरकत्व $'\mathrm{M}'$ समानुपाती होता है :
$\frac{R_{1}}{R_{2}}$ के
$\frac{R_{2}}{R_{1}}$ के
$\frac{\mathrm{R}_{1}^{2}}{\mathrm{R}_{2}}$ के
$\frac{\mathrm{R}_{2}^{2}}{\mathrm{R}_{1}}$ के
${R_1}$ व ${R_2}$ त्रिज्या के दो वृत्तीय चालक लूप, जिनके केन्द्र एक ही बिन्दु पर हैं, एक ही तल पर रखे हैं। यदि ${R_1} > > {R_2}$, तो उनके बीच अन्योन्य प्रेरकत्व $M$ अनुक्रमानुपाती होगा
एक ' $R$ ' त्रिज्या वाले तार के एक छोटे वृत्ताकार पाश का भुजा $\mathrm{L}(\mathrm{L}>\mathrm{R})$ के तार के एक बड़े वर्गाकार पाश के अन्दर रखा गया है, इस व्यवस्था में अन्योन्य प्रेरकत्व ज्ञात कीजिए। दोनो पाश सह-तलीय तथा सकेन्द्रिय हैं।
दो वृत्ताकार कुण्डलियों के केन्द्र एक ही बिन्दु पर स्थित हैं। दोनों का अन्योन्य प्रेरकत्व $(Mutual inductance)$ तब अधिकतम होगा, जब दोनों के अक्ष परस्पर
चित्र में दर्शाये अनुसार $R$ त्रिज्या का एक वत्ताकार तार लूप (पाश) $x-y$ तल में रखा है और इसका केन्द्र $O$ पर है। इस वत्ताकार लूप के अक्ष पर भुजा $a ( a \ll R )$ की दो फेरों वाली वर्ग-कुंडली रखी है जिसका केन्द्र $z =\sqrt{3 R }$ पर है (चित्र देखिये)। कुण्डली का तल $z$-अक्ष से $45^{\circ}$ कोण पर है। यदि लूप और कुंडली का अन्योन्य प्रेरकत्व $\frac{\mu_0 a ^2}{2^{ p / 2} R }$ है, तब $p$ का मान क्या है ?
दो परिपथों के बीच अन्योन्य प्रेरकत्व $0.1\, H$ है। जब एक परिपथ में धारा $0.02$ सैकण्ड में $0$ से $20\, A$ हो जाती है तो दूसरे परिपथ में उत्पन्न औसत विद्युत वाहक बल ......$V$ होगा