$10$ सेमी और $15$ सेमी त्रिज्या के आवेशित गोलाकारों को पतले तार से संयोजित करने पर कोई धारा प्रवाह नहीं होती है, यदि
दोनों पर समान आवेश है
दोनों का विभव समान है
दोनों में समान ऊर्जा है
दोनों के पृष्ठों पर समान वैद्युत क्षेत्र है
हाइड्रोजन परमाणु में, एक इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर $0.53 \times {10^{ - 10}}$ मीटर त्रिज्या की कक्षा में चक्कर लगाता है। इलेक्ट्रॉन की स्थिति पर नाभिक द्वारा उत्पन्न विद्युत विभव.........$V$ है
$1.5\, \mu C$ और $2.5\, \mu C$ आवेश वाले दो सूक्ष्म गोले $30 \,cm$ दूर स्थित हैं।
$(a)$ दोनों आवेशों को मिलाने वाली रेखा के मध्य बिंदु पर, और
$(b)$ मध्य बिंदु से होकर जाने वाली रेखा के अभिलंब तल में मध्य बिंदु से $10\, cm$ दूर स्थित किसी बिंदु पर विभव और विध्यूत क्षेत्र ज्ञात कीजिए।
$q$ परिमाण के दो विपरीत आवेश एक दूसरे से $2d$ दूरी पर रखे हैं। उनके बीच मध्य बिन्दु पर विभव होगा
एक आवेशित गोले के बाहरी क्षेत्र में दो बिन्दुओं $1$ तथा $2$ पर विचार करें। यह बिन्दु गोले से अधिक दूर नहीं है यदि $E$ तथा $V$ क्रमश: विद्युत क्षेत्र सदिश तथा विद्युत विभव को प्रदर्शित करते हैं तो निम्न में से कौनसा सम्भव नहीं है
किसी चालक गोले के अन्दर विद्युत विभव