${m_1},\,{m_2}$ तथा ${m_3}$ द्रव्यमान के तीन पिण्ड चित्रानुसार भारहीन रस्सी से बाँधकर घर्षणहीन मेज पर रखे हैं। उन्हें ${T_3} = 40$ न्यूटन के बल से खींचा जा रहा है। यदि ${m_1} = 10$ किग्रा, ${m_2} = 6$ किग्रा तथा ${m_3} = 4$ किग्रा हो, तो ${T_2}$ का मान ........ $N$ होगा

533-9

  • A

    $20$

  • B

    $40$

  • C

    $10$

  • D

    $32$

Similar Questions

परिमाण और दिशा में नियत बल के प्रभाव में गति करते हुये कण का पथ होगा

द्रव्यमान $5\,kg$ की वस्तु धरातल से उर्ध्वाधर ऊपर की तरफ फेंकी जाती है। वायु प्रतिरोध सम्पूर्ण गति के दौरान एक नियत मंदन बल $10\,N$ लगाता है। ऊपर जाने का समय और नीचे आने का समय का अनुपात होगा- $\left[ g =10\,ms ^{-2}\right]$

  • [JEE MAIN 2022]

$5.6\, kg$ संहति के किसी पिण्ड को छत से $2 \,m$ लंबाई की डोरी द्वारा लटकाया गया है । डोरी के मध्य-बिंदु पर चित्र में दर्शाए अनुसार क्षेतिज दिशा में $50\, N$ बल लगाया जाता है । साम्यावस्था में डोरी ऊर्ध्वाधर से कितना कोण बनाती है ? ( $g=10 \,ms ^{-2}$ लीजिए )। डोरी की संहति को नगण्य मानिए ।

द्रव्यमान $M$ व $m$ के पिण्ड एक भारहीन डोरी द्वारा बँधे हुये हैं, तथा एक बल $F$ द्वारा घर्षणरहित तल पर खींचे जाते हैं। डोरी में तनाव होगा

$0.1\, kg$ संहति के पत्थर पर कार्यरत नेट बल का परिमाण व उसकी दिशा निम्नलिखित परिस्थितियों में ज्ञात कीजिए

$(a)$ पत्थर को स्थिर रेलगाड़ी की खिड़की से गिराने के तुरंत पश्चात्,

$(b)$ पत्थर को $36\, km h ^{-1}$ के एकसमान वेग से गतिशील किसी रेलगाड़ी की खिड़की से गिराने के तुरंत पश्चात्,

$(c)$ पत्थर को $1\, m s ^{-2}$ के त्वरण से गतिशील किसी रेलगाड़ी की खिड़की से गिराने के तुरंत पश्चात्,

$(d)$ पत्थर $1\, m s ^{-2}$ के त्वरण से गतिशील किसी रेलगाड़ी के फर्श पर पड़ा है तथा वह रेलगाड़ी के सापेक्ष विराम में है।

उपरोक्त सभी स्थितियों में वायु का प्रतिरोध उपेक्षणीय मानिए।