$2\, \Omega$ के तीन प्रतिरोधक $A , B ,$ तथा $C$ नीचे चित्र में दर्शाए अनुसार संयोजित हैं। इनमें प्रत्येक ऊर्जा क्षय करता है तथा बिना पिघले $18\, W$ की अधिकतम शक्ति सहन कर सकता है। तीनों प्रतिरोधकों से प्रवाहित हो सकने वाली अधिकतम धारा ज्ञात कीजिए।
$0.33$
$0.67$
$1.25$
$1.5$
यदि किसी प्रतिरोधक से प्रवाहित धारा में $100\, \%$ वृद्धि कर दी जाए ( यह मानिए कि ताप अपरिवर्तित रहता है ) तो क्षयित ऊर्जा में ........ $\%$ वृद्धि होगी?
तीन सर्वसम बल्ब $B _{1}, B _{2}$ तथा $B _{3}$ चित्र में दर्शाए अनुसार संयोजित हैं। जब तीनों बल्ब चमकते हैं, तो ऐमीटर $A$ का पाठ्यांक $3 \,A$ होता है।
$(i)$ यदि बल्ब $B _{1}$ फ्यूज़ हो जाए, तो अन्य दो बल्बों की चमक पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
$(ii)$ यदि बल्ब $B _{2}$ फ्यूज़ हो जाए तो $A _{1}, A _{2}, A _{3}$ तथा $A$ के पाठ्यांकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
$(iii)$ जब तीनों बल्ब एक साथ चमकते हैं, तो परिपथ में कितनी शक्ति क्षय होती है?
विध्युत ऊर्जा का व्यापारिक मात्रक क्या है? इसे जूल में निरूपित कीजिए।
ओम-नियम का अध्ययन करने के लिए किसी छात्र ने नीचे चित्र में दर्शाए अनुसार विध्युत परिपथ खींचा। उसके शिक्षक ने कहा कि इस परिपथ आरेख में कुछ संशोधनों की आवश्यकता है। इस परिपथ आरेख का अध्ययन करके इसे संशोधन सहित पुन: खींचिए।
चित्र में दर्शाए अनुसार तीन विध्युत परिपथों में कोई सेल, प्रतिरोधक, कुंजी तथा ऐमीटर भिन्न प्रकार से व्यवस्थित हैं। ऐमीटर द्वारा रिकार्ड की गयी धारा: