पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का ऊध्र्वाधर घटक शून्य होता है
चुम्बकीय ध्रुवों पर
भौगोलिक ध्रुवों पर
प्रत्येक स्थान पर
चुम्बकीय विषुवत रेखा
पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के कारण कॉस्मिक किरणों के आवेशित
एक नति सुई किसी स्थान पर चुम्बकीय याम्योत्तर में नतिकोण $\theta$ दर्शाता है। यदि नतिवृत्त को क्षैतिज तल में $x$ कोण से घुमा दिया जाये तो नति कोण $\theta '$ प्राप्त होता है $\frac{{\tan \theta '}}{{\tan \theta }}$ का मान होगा
किसी स्थान के चुंबकीय याम्योत्तर में पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का क्षैतिज अवयव $0.26\, G$ है एवं नमन कोण $60^{\circ}$ है। इस स्थान पर पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र क्या है?
किसी स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक एवं नतिकोण क्रमश: $1.8 \times {10^{ - 5}}$ वेबर/मी$^{2}$ और $ 30° $ है। पृथ्वी की सम्पूर्ण चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता होगी
एक ऊध्र्वाधर धारावाही वृत्तीय कुण्डली के केन्द्र पर उदासीन बिन्दु प्राप्त होता है अत: कुण्डली के तल एवं चुम्बकीय याम्योत्तर के बीच कोण .....$^o$ होगा