किसी स्प्रिंग,जिसके मुक्त सिरे से एक गुटका जुड़ा हुआ है,का प्रत्यानयन बल निम्न के द्वारा निरुपित है:
$5 \,m$ लम्बी एक रस्सी घर्षणहीन तल पर रखी हुई है एवं इसके एक सिरे पर $5\, N$ का बल आरोपित किया जाता है। इस सिरे से $1\, m$ पर रस्सी में तनाव ........ $N$ है
एक पतली चिकनी क्षैतिज छड़ पर कई $(n)$ सर्वसम मणिकायें (बीड) पिरोई गई हैं जो छड़ पर अनियमित तथा विराम अवस्था में हैं। प्रत्येक बीड का द्रव्यमान $m$ तथा त्रिज्या $r$ है और छड़ की लंबाई $L$ है $(L>r)$ । यह छड़ दो टेकों (आधारों) पर, आरेख में दर्शाये गये अनुसार टिकी है। यदि एक बीड को $v$ वेग प्रदान किया जाय तो, एक लम्बे समय के पश्चात् प्रत्येक टेक (आधार) पर लगने वाले औसत बल का मान होगा (यदि सभी टक्करें प्रत्यास्थ हैं) :
$R$ त्रिज्या की एक फुटबॉल को क्षैतिज रूप से रखे हुए एक तख्ते पर निर्मित $r ( r < R )$ त्रिज्या के एक छिद्र पर रखा गया है। तख्ते के एक सिरे को अब इस प्रकार ऊपर उठाया जाता है कि यह नीचे चित्र में दर्शाये अनुसार क्षैतिज से $\theta$ कोण निर्मित करते हुए मुड़ जाता है। फुटबाल के तख्ते पर नीचे की ओर फिसलना प्रारम्भ नहीं करने के लिए $\theta$ का अधिकतम मान किसे सन्तुष्ट करता है ? (रेखाचित्र सांकेतिक है।)
प्रदर्शित चित्र के अनुसार, तीन गुटके $\mathrm{A}, \mathrm{B}$ तथा $\mathrm{C}$ को $80 \mathrm{~N}$ के एक बल द्वारा चिकने क्षैतिज तल पर खींचा जाता है।
डोरियों में तनाव क्रमशः $T_1$ तथा $T_2$ हैं :
एक क्षैतिज दृढ़ छड़ से जुड़ी तीन समरूप स्प्रिंग से तीन भार $W$, $2W$ एवं $3W$ लटकाये गये हैं। छड़ एवं भारों का यह निकाय स्वतंत्रतापूर्वक गिर रहा है। तब तीनों भारों की छड़ से स्थितियाँ इस प्रकार हैं कि