अभिक्रिया $2FeC{l_3} + SnC{l_2} \to 2FeC{l_2} + SnC{l_4}$ उदाहरण है
प्रथम कोटि की अभिक्रिया का
द्वितीय कोटि की अभिक्रिया का
तृतीय कोटि की अभिक्रिया का
इनमें से कोई नहीं
अभिक्रिया $2HI$ $\rightleftharpoons$ ${H_2} + {I_2}$ में अभिक्रिया की दर ${[HI]^2}$ के समानुपाती है। इसका अर्थ है कि अभिक्रिया है
दी गई अभिक्रिया के लिये ${t_{1/2}} = \frac{1}{{Ka}}$ है तो अभिक्रिया की कोटि होगी
अभिक्रिया $A + B \to $ उत्पाद के लिये $ 'A'$ की सान्द्रता दुगनी करने पर अभिक्रिया का वेग चार गुना पाया गया किन्तु $'B'$ की सान्द्रता को दुगना करने पर अभिक्रिया का वेग अपरिवर्तित रहता है, तो अभिक्रिया दर नियम है
सामान्यत: द्वितीय कोटि के दर स्थिरांक की इकाई है
निम्नलिखित अभिक्रिया की बल गतिकी के अध्ययन के दौरान नीचे सारणी में दिये गये परिणाम प्राप्त हुए -
$2 A + B \longrightarrow C + D$
प्रयोग | $[ A ] / molL ^{-1}$ | $[ B ] / molL ^{-1}$ | प्रारंभिक दर $/molL$ $^{-1}$ $\min ^{-1}$ |
$I$ | $0.1$ | $0.1$ | $6.00 \times 10^{-3}$ |
$II$ | $0.1$ | $0.2$ | $2.40 \times 10^{-2}$ |
$III$ | $0.2$ | $0.1$ | $1.20 \times 10^{-2}$ |
$IV$ | $X$ | $0.2$ | $7.20 \times 10^{-2}$ |
$V$ | $0.3$ | $Y$ | $2.88 \times 10^{-1}$ |
दी गई सारणी में $X$ तथा $Y$ क्रमश : है