प्रत्यावर्ती धारा $(ac)$ स्रोत का शिखर वोल्टेज बराबर होगा :
$a c$ सोत के $rms$ (वर्ग माध्य मूल) मान के
$a c$ सोत के $r m s$ मान का $\sqrt{2}$ गुना
$ac$ स्रोत के $rms$ मान का $1 / \sqrt{2}$ गुना
परिपथ को प्रदान किए गए वोल्टेज के मान के
$(a)$ $ac$ आपूर्ति का शिखर मान $300\, V$ है। $rms$ वोल्टता कितनी है?
$(b)$ $ac$ परिपथ में धारा का $rms$ मान $10 \,A$ है। शिखर धारा कितनी है?
चित्र में दिखाया गया धारा वितरण सम्भव है
रोशनीघर से विद्युत उच्च विभव $ac$ पर प्रेषित की जाती है, क्याोंकि
एक प्रत्यावर्ती धारा परिपथ में $ I = 100\, sin\, 200\, \pi t $ द्वारा दर्शायी जाती है। इस परिपथ में धारा शून्य से बढ़कर उसके शिखर मान तक पहुंचने में लगा समय है
यदि तात्कालिक धारा का मान $i = 4\cos \,(\omega \,t + \phi )$ ऐम्पियर है, तो धारा का वर्ग माध्य मूल होगा