एक द्विपरमाणुक अणु का अणु कक्षक अभिविन्यास
$\sigma \,\,1{s^2}\,\,{\sigma ^*}\,\,1{s^2}\,\sigma \,\,2{s^2}\,{\sigma ^*}\,2{s^2}\,\,\sigma \,2p_x^2\,\left\{ {{}_{\pi \,2p_z^2}^{\pi \,2p_y^2}} \right.$
है। उसकी आबन्ध कोटि है
$3$
$2.5$
$2$
$1$
$AgNO _3$ का ऊष्मीय अपघटन दो अनुचुम्बकीय गैस उत्पन्न करता है। अयुगलित इलेक्ट्रॉन की उच्चतर संख्या रखने वाली गैस के प्रतिआबन्धि आण्विक कक्षकों में इलेक्ट्रॉनों की कुल संख्या है. . . . .|
बन्ध कोटि का सही क्रम क्या है
आण्विक कक्षक सिद्धान्त के अनुसार नीचे दी गयी स्पीशीज में से किसका अस्तित्व नहीं है $?$
किस प्रजाति की प्रकृति प्रतिचुम्बकीय है
स्पीशीज $NO , NO ^{+}, NO ^{2+}$ तथा $NO ^{-}$में, वह एक जिसकी आबन्ध सामर्थ्य न्यूनतम है, होगी