एक दुर्वल अम्ल $HX (0.01 M )$ के विलयन की मोलर चालकता (molar conductivity) एक दूसरे दुर्वल अम्ल $HY$ $(0.10 M )$ के विलयन की मोलर चालकता से $10$ गुना कम है। यदि $\lambda_{ X ^{-}}^0 \approx \lambda_{ Y ^{-}}^0$, तब इनके $pK _{ a }$ का अन्तर, $pK _{ a }( HX )- pK _{ a }( HY )$, है (दोनों अम्लों के आयनीकरण की मात्रा (degree of ionization) << $1$)
$1$
$2$
$3$
$4$
$0.006\,M$ बेन्जोइक अम्ल के विलयन की हाइड्रोजन आयन सान्द्रता होगी $({K_a} = 6 \times {10^{ - 5}})$
$HClO$ एक दुर्बल अम्ल है, $HClO$ के $0.1\,M$ विलयन में ${H^ + }$ आयनों का सान्द्रण होगा $({K_a} = 5 \times {10^{ - 8}})$
यदि एक दुर्बल अम्ल $HA$ का विलयन जिसमें एक अम्ल के $0.01$ मोल प्रतिलीटर में उपस्थित हैं तथा उसका $pH = 4$ है, तो अम्ल के आयनन की प्रतिशत कोटि तथा आयनन स्थिरांक क्रमश: होंगे
निम्नलिखित में से कौनसा दुर्बलतम क्षार है
दुर्बल अम्ल के लिए असत्य कथन है