$0.006\,M$ बेन्जोइक अम्ल के विलयन की हाइड्रोजन आयन सान्द्रता होगी $({K_a} = 6 \times {10^{ - 5}})$
$0.6 \times {10^{ - 4}}$
$6 \times {10^{ - 4}}$
$6 \times {10^{ - 5}}$
$3.6 \times {10^{ - 4}}$
वियोजन स्थिरांक ${K_a}$ एवं सान्द्रण $c$ के दुर्बल अम्ल में $ [H+] $ बराबर होता है
$pH 3$ पर दुर्बल अम्ल $( AB )$ के लवण की विलेयता $Y \times 10^{-3} mol L ^{-1}$ है। $Y$ का मान ............. है।
(दिया गया है $AB$ के विलेयता गुणनफल का मान $\left(K_{s p}\right)=2 \times 10^{-10}$ और $HB$ के आयनन स्थिरांक का मान $\left.\left(K_a\right)=1 \times 10^{-8}\right)$
$H _{2} S$ का प्रथम आयनन स्थिरांक $9.1 \times 10^{-8}$ है। इसके $0.1\, M$ विलयन में $HS$ - आयनों की सांद्रता की गणना कीजिए तथा बताइए कि यदि इसमें $0.1\, M\, HCl$ भी उपस्थित हो, तो सांद्रता किस प्रकार प्रभावित होगी, यदि $H _{2} S$ का द्वितीय वियोजन स्थिरांक $1.2 \times 10^{-13}$ हो, तो सल्फाइड $S ^{2-}$ आयनों की दोनों स्थितियों में सांद्रता की गणना कीजिए।
जलोय विलयन में कार्बोनिक अम्ल के आयनन स्थिरांक निम्नलिखित हैं
$K_{1}=4.2 \times 10^{-7}$ तथा $K_{2}=4.8 \times 10^{-11}$
संतृप्त $0.034\, M$ कार्बोनिक अम्ल विलयन के लिए दिए गये निम्न कथनों में कौन सत्य है ?
यदि अम्ल $HA$ का वियोजन स्थिरांक $1 \times {10^{ - 5}},$ है, तो $ 0.1$ मोलर अम्ल के विलयन की $pH$ लगभग होगी