किसी चालक में से धारा प्रवाहित होने पर उत्पन्न ऊष्मा की क्रिया को किसके आधार पर समझाया जा सकता है

  • A

    श्यानता

  • B

    घर्षण

  • C

    स्वतंत्र इलेक्ट्रॉन सिद्धांत

  • D

    गॉस प्रमेय

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एक विद्युत केतली में पानी, धारा प्रवाह आरम्भ होने के $15$ मिनट पश्चात् उबल जाता है। यदि तापक तार की लम्बाई घटाकर उसकी मूल लम्बाई की $2/3$ कर दी जाए तो उसी विद्युत वोल्टता पर पानी की उतनी ही मात्रा उबलने में लगा समय होगा ............मिनट

एक इमारत में $45\, W$ के $15$ बल्ब, $100 \,W$ के $15$ बल्ब, $10\, W$ के $15$ छोटे पंखे और $1\, kW$ के दो हीटर हैं। इसमें आने वाली विधुत धारा $220 \,V$ पर आती है। इस इमारत में लगने वाले फ्यूज की न्यूनतम रेटिंग होगी। ($A$ में)

  • [JEE MAIN 2020]

एक बैटरी का वि. वा. बल $2 \,V$ तथा आन्तरिक प्रतिरोध $0.5 \,\Omega$ है। इसके द्वारा किसी बाह्य परिपथ को प्रदान की जा सकने वाली अधिकतम शक्ति ........... $watt$ है

तीन प्रतिरोध $A, B$ और $C$ के मान क्रमश: $3R, 6R$ एवं $R$ है। यदि निम्न परिपथ पर कोई वोल्टेज आरोपित किया जाये तो $A, B$ और $C$ में व्यय ऊष्मीय शक्तियों का अनुपात होगा

एक तापक कुण्डली (Heating coil) $220\, V$ की सप्लाई से जोड़े जाने पर ${P_1}$ शक्ति व्यय करती है। कुण्डली को दो बराबर भागों में काटकर इन भागों को समान्तर क्रम में जोड़ने पर व्यय शक्ति ${P_2}$ है। शक्तियों का अनुपात ${P_1}\,\,:\,\,{P_2}$ है