एक तापक कुण्डली (Heating coil) $220\, V$ की सप्लाई से जोड़े जाने पर ${P_1}$ शक्ति व्यय करती है। कुण्डली को दो बराबर भागों में काटकर इन भागों को समान्तर क्रम में जोड़ने पर व्यय शक्ति ${P_2}$ है। शक्तियों का अनुपात ${P_1}\,\,:\,\,{P_2}$ है
$2:1$
$1:2$
$1:4$
$4:1$
$100\,\Omega$ एवं $200\,\Omega$ प्रतिरोध वाले दो प्रतिरोध किसी विद्युत परिपथ में पार्श्व क्रम में जुड़े है। किसी नियत समय में $100\,\Omega$ वाले प्रतिरोध में उत्पन्न ऊष्मीय ऊर्जा का, $200\,\Omega$ वाले प्रतिरोध में उत्पन्न ऊप्मीय ऊर्जा से अनुपात होगा :
एक $R$ प्रतिरोध वाले तार में अपरिवर्ती विभवान्तर पर बहती धारा से उत्पन्न ऊष्मा का मान समानुपातिक होता है
$200$ वॉट एवं $100$ वॉट शक्ति वाले दो बल्बों के प्रतिरोध क्रमश: ${R_1}$ एवं ${R_2}$ हैं। दोनों बल्ब समान वोल्टता पर कार्य करने के लिये बनाये गये हैं, तब
किसी परिपथ में $2\, A$ की धारा $6$ मिनट तक प्रवाहित करने में $1000\,J$ का कार्य करना पड़ता है। परिपथ में स्रोत का विद्युत वाहक-बल.................. $V$ है
$(25 \,W , 220 \,V )$ तथा $(100\, W , 220 \,V )$ रेटिंग के दो बिजली के बल्बों को एक $220\, V$ के स्त्रोत के साथ श्रेणीक्रम में लगाया गया है। यदि $25\, W$ व $100\, W$ के बल्ब द्वारा ली गयी शक्ति का मान क्रमशः $P_{1}$ व $P_{2}$ है तो ?