पृथ्वी की सतह पर उन बिन्दुओं को मिलाने वाली रेखायें जहाँ पर चुम्बकीय क्षेत्र क्षैतिज है, कहलाती हैं
चुम्बकीय याम्योत्तर
चुम्बकीय अक्ष
चुम्बकीय रेखायें
चुम्बकीय निरक्ष
किसी स्थान पर भू-चुम्बकीय क्षैतिज घटक का ऊध्र्वाधर घटक से $\sqrt 3 $ गुना है, तो उस स्थान पर नमन कोण.......$^o$ होगा
पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का ऊध्र्वाधर घटक शून्य होता है
चुम्बकीय याम्योत्तर एवं भौगोलिक याम्योत्तर के बीच के कोण को कहते हैं
किसी स्थान पर, नमन कोण $30^{\circ}$ है एवं पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक $0.5\,G$ है। उस स्थान पर पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का कुल परिमाण ( $G$ में) होगा -
पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज घटक के कारण बल रेखाएँ होती हैं