$pH 3$ पर दुर्बल अम्ल $( AB )$ के लवण की विलेयता $Y \times 10^{-3} mol L ^{-1}$ है। $Y$ का मान ............. है।

(दिया गया है $AB$ के विलेयता गुणनफल का मान $\left(K_{s p}\right)=2 \times 10^{-10}$ और $HB$ के आयनन स्थिरांक का मान $\left.\left(K_a\right)=1 \times 10^{-8}\right)$

  • [IIT 2018]
  • A

    $4.47$

  • B

    $4.48$

  • C

    $4.49$

  • D

    $4.50$

Similar Questions

दुर्बल एकप्रोटिक अम्ल के $ 0.1\, M$  विलयन का $1\% $ आयनन हुआ है तो विलयन का $pH$ होगा

फीनॉल का आयनन स्थिरांक $1.0 \times 10^{-10}$ है। $0.05 \,M$ फीनॉल के विलयन में फीनॉलेट आयन की
सांद्रता तथा $0.01 \,M$ सोडियम फीनेट विलयन में उसके आयनन की मात्रा ज्ञात कीजिए।

$0.2\, M\, NH _{4} Cl$ तथा $0.1\, M\, NH _{3}$ के मिश्रण से बने विलयन के $pH$ की गणना कीजिए। $NH _{3}$ विलयन की $pK _{ b }=4.75$ है।

स्थिर दाव पर एक ऊष्मारोधी वीकर (insulated beaker) में $100 \ mL HCl (1.0 \ M )$ को $100 \ mL \ NaOH (1.0 \ M )$ के साथ मिश्रित करने पर वीकर तथा उसकी अन्तर्वस्तुओं का तापमान $5.7^{\circ} C$ बढ जाता है (प्रयोग $1$)। प्रवल अम्ल के साथ प्रवल क्षारक की उदासीनीकरण (neutralization) ऐन्थैल्पी एक नियतांक $\left(-57.0 kJ \ mol ^{-1}\right)$ होने के कारण इस प्रयोग का उपयोग कैलोरीमीटर स्थिरांक (calorimeter constant) को मापने में किया जा सकता है। एक दूसरे प्रयोग (प्रयोग $2$) में $100 \ mL$ ऐसीटिक अम्ल $\left(2.0 \ M , K _{ a }=2.0 \times 10^{-5}\right)$ को $100 \ mL \ NaOH (1.0 \ M )$ के साथ मिश्रित करने पर (प्रयोग 1 की समरूप अवस्था में) $5.6^{\circ} C$ तापमान वृद्धि मापित की गयी।

(सभी विलयनों की ऊप्मा धारिता $4.2 J g ^{-1} K ^{-1}$ तथा सभी विलयनों का घनत्व $1.0 \ g mL ^{-1}$ है)

$1.$ प्रयोग $2$ से प्राप्त ऐसीटिक अम्ल की वियोजन ऐन्थैल्पी (dissociation enthalpy) $(kJ \ mol$-$1$ में) है

$(A)$ $1.0$ $(B)$ $10.0$ $(C)$ $24.5$ $(D)$ $51.4$

$2.$ प्रयोग $2$ के पश्चात विलयन का $pH$ है

$(A)$ $2.8$ $(B)$ $4.7$ $(C)$ $5.0$ $(D)$ $7.0$

इस प्रश्न के उतर दीजिये $1$ ओर $2.$

  • [IIT 2015]

$0.1\,N\,\,C{H_3}COOH$ की वियोजन की कोटि है (वियोजन स्थिरांक $ = 1 \times {10^{ - 5}}$)