एक $200$ $\mu F$ धारिता के संधारित्र को $200$ वोल्ट तक आवेशित करने के बाद एक बार $2\,\Omega $ के प्रतिरोध से विसर्जित करते हैं एवं एक बार $8\,\Omega $ के प्रतिरोध से विसर्जित करते हैं। तो उत्पन्न हुई ऊष्मा का मान होगा क्रमश:
$4$ जूल एवं $16$ जूल
$16$ जूल एवं $4$ जूल
$4$ जूल एवं $8$ जूल
$4$ जूल एवं $4$ जूल
तीन प्रतिरोधों को श्रेणीक्रम में जोड़कर वि.वा. बल के स्रोत से जोड़ दिया जाता है। संयोजन $10$ वाट शक्ति व्यय करता है। यदि इन्हीं प्रतिरोधों को समानान्तर क्रम में जोड़कर उसी वि. वा. बल के स्रोत से जोड़ा जाये तो अब कितनी शक्ति व्यय होगी ........... $watt$
$220$ वोल्ट पर कार्य करने वाली विभिन्न प्रतिरोध कुण्डलियाँ उपलब्ध हैं जो $50$ कैलोरी/सैकण्ड की दर से ऊष्मा उत्पन्न करती हैं। यदि उनके प्रतिरोध $55\,\Omega $, $110\,\Omega $, $220\,\Omega $ एवं $440\,\Omega $ है, तो अधिकतम शक्ति का हीटर .............. $\Omega$ होगा
यदि किसी प्रतिरोध में प्रवाहित विद्युत धारा में $3 \%$ की वृद्धि होती है तो उस प्रतिरोध में शक्ति क्षय (power loss)
एक $220\,V , 50\,Hz$ प्रत्यावर्ती धारा स्त्रोत को $25\,V , 5\,W$ के एक लेम्प से जोड़ा जाता है तथा एक अतिरिक्त प्रतिरोध $R$ को श्रेणीक्रम में चित्रानुसार जोड़ा जाता है ताकि लेम्प इसकी शिखर तीव्रता पर प्रकाशित हो, तो $R$ का मान ($ohm$ में) होगा :-
दो $220\; V, 100 \;W$ बल्ब पहले श्रेणी में और फिर समानांतर में जुड़े हुए हैं। हर बार संयोजन $220\; V$ $A.C.$ आपूर्ति से जुड़ा होता है। क्रमशः प्रत्येक स्थिति में संयोजन द्वारा खींची गई शक्ति क्या होगी?