$\alpha $- कण के अवयव हैं
$1P + 1N$
$1P + 2N$
$2P + 1N$
$2P + 2N$
माना कि एक स्थिर ${ }_{s s}^{226} Ra$ नाभिक अपनी निम्नतम अवस्था (ground state) से $\alpha$-क्षय करके एक उत्तेजित अवस्था वाले (excited $\gamma$-क्षय करके अपनी निम्नतम अवस्था में आता है। उत्सर्जित $\gamma$-फोटोन की ऊर्जा. . . . . .$keV$ है।
[दिया है : ${ }_{88}^{226} Ra$ का परमाण्विक द्रव्यमान (atomic mass) $=226.005 u ,{ }_{86}^{2 m} Rn$ का परमाण्विक द्रव्यमान $=222.000 u$, $\alpha$ कण का परमाण्विक द्रव्यमान $=4.000 u , 1 u =931 MeV / c ^2, c$ प्रकाश की गति है।]
$\beta - $विकिरण में उत्सर्जित इलेक्ट्रॉन कहाँ से आता है
$\alpha ,\;\beta $ और $\gamma - $ किरणों की क्रमबद्ध आयनीकरण क्षमता है
एक मुक्त न्यूट्रॉन, एक प्रोटॉन में क्षयित होता है, किन्तु एक मुक्त प्रोटॉन, न्यूट्रॉन में क्षयित नही होता है। यह होता है, क्योंकि :-
निम्न में किसकी भेदन क्षमता सर्वाधिक है