निम्न में से किस आयन का जलीय विलयन रंगहीन होगा?
(परमाणु संख्या : $ Sc = 21,\,Fe = 26,\, Ti = 22, \,Mn = 25)$
$S{c^{3 + }}$
$F{e^{2 + }}$
$T{i^{3 + }}$
$M{n^{2 + }}$
चुम्बकीय आघूर्ण निरूपित करते हैं, निम्न में से किसमें
जलीय विलयन में द्विसंयोजी आयन के चुंबकीय आघूर्ण की गणना कीजिए; यदि इसका परमाणु क्रमांक $25$ है।
आप निम्नलिखित को किस प्रकार से स्पष्ट करेंगे-
$(i)$ $d^{4}$ स्पीशीज में से $Cr ^{2+}$ प्रबल अपचायक है जबकि मैंगनीज $(III)$ प्रबल ओक्सीकरक है।
$(ii)$ जलीय विलयन में कोबाल्ट $(II)$ स्थायी है परंतु संकुलनकारी अभिकर्मकों की उपस्थिति में यह सरलतापूर्वक ओक्सीकृत हो जाता है।
$(iii)$ आयनों का $d^{1}$ विन्यास अत्यंत अस्थायी है।
हॉर्न सिल्वर है
${V_2}{O_5}$ एक उत्प्रेरक के रूप में काम आता है