नियत नमन कोण वाले स्थानों को दर्शाने वाली रेखा को कहते हैं
समदाबीय रेखा
समदिक्पाती रेखा
समनतिक रेखा
ऊपर के सभी
भू-चुंबकत्व संबंधी निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
$(a)$ एक सदिश को पूर्ण रूप से व्यक्त करने के लिए तीन राशियों की आवश्यकता होती है। उन तीन स्वतंत्र राशियों के नाम लिखिए जो परंपरागत रूप से पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र को व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त होती हैं।
$(b)$ दक्षिण भारत में किसी स्थान पर नति कोण का मान लगभग $18^{\circ}$ है। ब्रिटेन में आप इससे अधिक नति कोण की अपेक्षा करेंगे या कम की?
$(c)$ यदि आप ऑस्ट्रेलिया के मेल्बोर्न शहर में भू-चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं का नक्शा बनाएँ तो ये रेखाएँ पृथ्वी के अंदर जाएँगी या इससे बाहर आएँगी?
$(d)$ एक चुंबकीय सुई जो ऊर्ध्वाधर तल में घूमने के लिए स्वतंत्र है , यदि भू-चुंबकीय उत्तर या दक्षिण ध्रुव पर रखी हो तो यह किस दिशा में संकेत करेगी?
$(e)$ यह माना जाता है कि पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र लगभग एक चुंबकीय द्विधुव के क्षेत्र जैसा है जो पृथ्वी के केंद्र पर रखा है और जिसका द्विध्रुव आघूर्ण $8 \times 10^{22} JT ^{-1}$ है। कोई ढंग सुझाइए जिससे इस संख्या के परिमाण की कोटि जाँची जा सके।
$(f)$ भू-गर्भशास्त्रियों का मानना है कि मुख्य $N - S$ चुंबकीय ध्रुवों के अतिरिक्त, पृथ्वी की सतह पर कई अन्य स्थानीय ध्रुव भी हैं, जो विभिन्न दिशाओं में विन्यस्त हैं। ऐसा होना कैसे संभव है?
पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के क्षैतिज घटक के कारण बल रेखाएँ होती हैं
चुम्बकत्व में निम्न में से कौनसा सम्बन्ध सही है
एक धारावाही कुण्डली का अक्ष $N-S $ दिशा के लम्बव्त है। माना पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक $H_o $ एवं लूप के अन्दर चुम्बकीय क्षेत्र $H $ है। यदि लूप के अन्दर एक चुम्बक को लटकाया जाये और यह $H $ से $\theta $ कोण बनाते हुये संतुलित हो, तब $\theta $$=$
एक रेखा उस स्थान से गुजरती है जहाँ चुम्बकीय नमन का मान शून्य है, कहलायेंगी