स्टील के लिए त्रोटन बिन्दु पर यंग प्रत्यास्थता गुणांक तथा विकृति क्रमश: $2 \times {10^{11}}\,N{m^{ - 2}}$ तथा $0.15$ है। अत: स्टील के लिए त्रोटन बिन्दु पर प्रतिबल होगा
$1.33 \times {10^{11}}\,N{m^{ - 2}}$
$1.33 \times {10^{12}}\,N{m^{ - 2}}$
$7.5 \times {10^{ - 13}}\,N{m^{ - 2}}$
$3 \times {10^{10}}\,N{m^{ - 2}}$
निम्न कथनों में से कौनसा कथन सही है
अपने प्रारम्भिक मानों से, एक तार की लम्बाई दोगुनी एवं त्रिज्या आधी कर दी गई है। पदार्थ के यंग नियतांक का मान:
एक तार को, जिसकी अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल $3$ मि.मीं$^2$ है, दो बिन्दुओं के मध्य $20°C$ ताप पर खींच कर बांधा गया है। यदि तापक्रम में $10°C$ की कमी होती है तो तार में उत्पन तनाव ...... न्यूटन होगा जबकि तार का रेखीय प्रसार गुणांक $\alpha = {10^{ - 5}}$ प्रति डिग्री सेन्टीग्रेड तथा यंग प्रत्यास्थता गुणांक $Y = 2 \times {10^{11}}$ न्यूटन/मी${^2}$ है
' $\mathrm{L}$ ' लम्बाई व $\mathrm{A}$ अनुप्रस्थ परिच्छेद क्षेत्रफल के एक तार के पदार्थ का यंग प्रत्यास्थता गुणांक $\mathrm{Y}$ है। यदि तार की लम्बाई दोगुनी तथा अनुप्रस्थ परिच्छेद क्षेत्रफल आधा कर दिया जाये तो यंग प्रत्यास्थता गुणांक होगा:
$1\,cm ^2$ अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल वाले तार की लम्बाई को खींचकर दोगुना करने के लिए आवश्यक बल $........\times 10^{7}\,N$ होगा : (दिया है, तार का यंग गुणांक $=2 \times 10^{11}\,N / m ^2$ )