एक रेत-घड़ी (hour-glass) में लगभग $100$ रेत कण प्रति सेकण्ड की दर से विरामावस्था से नीचे गिरते हैं। एक रेत कण को रेत घड़ी के निचले तल पर पहुँचने में $2$ सेकण्ड लगता है। यदि रेत कण का औसत द्रव्यमान $0.2 \,g$ है, तव गिरते हुए रेत द्वारा रेत-घड़ी के निचले तल पर लगाए हुए वल का औसत मान निम्न के निकटतम होगा
$0.4 \,N$
$0.8 \,N$
$1.2 \,N$
$1.6 \,N$
$5 kg$ द्रव्यमान का एक गुटका, बल $F=(-20 x+10) N$ के प्रभाव में $x$-दिशा में गतिमान है, जहाँ $x$ मीटर में हे| समय $t=0 s$ पर यह $x=1 m$ पर स्थिर अवस्था में है। इस गुटके की स्थिति (position) तथा संवेग (momentum) समय $t=(\pi / 4) s$ पर होंगे
वह समय जिसमें $2 \,N $ का बल किसी वस्तु में $0.4$ किग्रा/मी सै का रेखीय संवेग उत्पन्न कर देती है, ......... $\sec$ होगा
$m$ द्रव्यमान के किसी कण पर आरोपित बल $F$ को बल समय ग्राफ द्वारा दर्शाया गया है। समय $t =0$ से $t =8$ सेकण्ड तक के अन्तराल में कण के संवेग में परिवर्तन.........$N/s$ होगा
कोई बल्लेबाज किसी गेंद को $45^{\circ}$ के कोण पर विक्षेपित कर देता है। ऐसा करने में वह गेंद की आरंभिक चाल, जो $54\, km / h ^{-1}$ है, में कोई परिवर्तन नहीं करता। गेंद को कितना आवेग दिया जाता है ? (गेंद की संहति $0.15\, kg$ है।)
एक गोली किसी बंदूक से दागी जाती है। गोली पर लगने वाले बल को $F = 600 - 2 \times {10^5}t$ द्वार व्यक्त किया जाता है जहाँ $F$ न्यूटन में तथा $t$ सैकण्ड में है। जैसे ही गोली बंदूक की नली से बाहर निकलती है, उस पर लगने वाला बल शून्य हो जाता है। गोली का औसत आवेग ........... $N-s$ है