$A + B \rightarrow$ उत्पाद, अभिक्रिया में दर दुगुनी हो जाती है यदि $B$ की सान्द्रता दुगुनी कर दी जाती है, तथा दर $8$ के गुणक से बढ़ जाती है जब दोनों ही अभिकारकों $( A$ तथा $B)$ की सान्द्रता दो गुना कर दी जाती है। अभिक्रिया के लिए दर नियम इस प्रकार लिखा जा सकता है :
दर $= k[A][B]^2$
दर $= k[A]^2[B]^2$
दर $= k[A][B]$
दर $= k[A]^2[B]$
अभिक्रिया $2 \mathrm{NO}+\mathrm{Br}_2 \rightarrow 2 \mathrm{NOBr}$
नीचे दी गए क्रियाविधि के साथ सम्पादित होती है:
$\mathrm{NO}+\mathrm{Br}_2 \rightarrow \mathrm{NOBr}_2 \text { (fast) }$
$\mathrm{NOBr}_2+\mathrm{NO} \rightarrow 2 \mathrm{NOBr} \text { (slow) }$
अभिक्रिया की कुल कोटि है:
किसी अभिक्रिया का अर्द्ध-आयुकाल, अभिक्रिया की प्रारंभिक सांद्रता के घन के व्युत्क्रमानुपाती पाया जाता है, तो अभिक्रिया की कोटि होगी
अभिक्रिया $2 A + B \rightarrow C + D$ के गतिज अध्ययन से निम्न परिणाम प्राप्त हुए:
रन | $[A]/mol\,L^{-1}$ | $[B]/mol\,L^{-1}$ | निर्माण का प्रारम्भिक दर $D/mol\,L^{-1}\,min^{-1}$ |
$I.$ | $0.1$ | $0.1$ | $6.0 \times 10^{-3}$ |
$II.$ | $0.3$ | $0.2$ | $7.2 \times 10^{-2}$ |
$III.$ | $0.3$ | $0.4$ | $2.88 \times 10^{-1}$ |
$IV.$ | $0.4$ | $0.1$ | $2.40 \times 10^{-2}$ |
उपरोक्त आँकड़ों के आधार पर निम्न में कौन सही है?
क्लोरीन परमाणुओं की उपस्थिति में, ओजोन की ऑक्सीजन परमाणुओं से अभिक्रिया निम्नलिखित द्विपदीय प्रक्रम द्वारा होती है।
${O_3}(g)\, + \,C{l^ * }(g)\, \to \,{O_2}(g) + Cl{O^ * }(g)$ ..... $(i)$ $[{K_i} = 5.2 \times {10^9}\,\,L\,mo{l^{ - 1}}\,{s^{ - 1}}]$
$Cl{O^ * }(g) + {O^ * }(g)\, \to \,{O_2}(g) + \,C{l^ * }(g)$ ..... $(ii)$ $[{K_{ii}} = 2.6 \times {10^{10}}\,\,L\,mo{l^{ - 1}}\,{s^{ - 1}}]$
कुल अभिक्रिया $O _{3}( g )+ O ^{\bullet}( g ) \rightarrow 2 O _{2}( g )$ का निकटतम वेग नियतांक है।
$A$ एवं $B$ के बीच अभिक्रिया की दर $100 $ गुना बढ़ जाती है जब $A$ का सान्द्रण $10$ गुना बढ़ा देते हैं तो $A$ के सापेक्ष अभिक्रिया की कोटि है